हाथरस की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज शाम 4 बजे रैली करेंगी. इससे पहले शुक्रवार को ममता बनर्जी  के आह्वान पर मृतका के परिजनों से मिलने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के 4 सांसद पहुंचे थे

टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन अपने कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पीड़ित परिवार के गांव के अंदर जाने से रोक दिया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन धक्का मुक्की में नीचे गिर गए. हालांकि फिर तुरंत उन्हें उठा लिया गया. पुलिस और टीएमसी कार्यकर्ताओं में जमकर बहसबाजी भी हुई.

टीएमसी सांसद प्रतिमा मंडल ने कहा, 'हमें ममता बनर्जी ने पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए भेजा है ताकि वह हम संवेदना व्यक्त कर सके. हमने अपना परिचय भी दिया, लेकिन हमें उनसे मिलने नहीं दिया गया और पुलिस द्वारा धक्का मुक्की की गई. अगर वो एक महिला सांसद का सम्मान नहीं कर सकते हैं तो आम लोगों की स्थिति की कल्पना करें.'

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पुलिस प्रशासन का जो तानाशाह रवैया है, वह हाथरस में कम होने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्षी पार्टियों को आखिर हाथरस का प्रशासन क्यों रोक रहा है? पीड़ित के परिजनों से मिलने के लिए आखिर ऐसी कौन सी वजह है जो हाथरस का प्रशासन विपक्षी पार्टियों और मीडिया से छुपाने में जुड़ा हुआ है?

एसपी सहित पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड

हाथरस घटना की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की टीम बनाई गई. इस एसआईटी की ही प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर हाथरस के एसपी विक्रांत वीर सिंह, क्षेत्राधिकारी (CO) राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया. अब हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल होंगे.

दोनों पक्षों का होगा नार्को टेस्ट

इसके साथ ही दोनों पक्षों (पीड़ित और आरोपी) और मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों का नार्को टेस्ट करवाए जाने का निर्देश दिया गया है. निर्देश में कहा गया कि एसपी विक्रांत वीर को लापरवाही और शिथिल पर्यवेक्षण के लिए निलंबित किया गया है.

Hathras Case: पीड़ित परिवार, आरोपियों और पुलिस टीम के नार्को टेस्ट का निर्देश

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