हाथरस केस: SIT की टीम पीड़िता के घर पहुंची, एंबुलेंस भी साथ में
एसआईटी की टीम कल भी गांव गई थी लेकिन परिजनों की खराब हालत के चलते बयान दर्ज नहीं हुए. एसआईटी की टीम को सात दिनों का वक्त दिया गया है.
हाथरस केस में पीड़िता के परिवार वालों का बयान दर्ज करने के लिए एसआईटी की टीम पहुंची हैं. एबीपी न्यूज से बात करते हुए एसआईटी प्रमुख ने कहा कि परिजनों के आग्रह पर वह बयान लेने आए हैं. इस मामले में पीड़िता की मां और दो भाईयों के बयान लिए जा चुके हैं और कुछ सदस्यों का बयान लिया जाना बाकी है. एसआईटी की टीम के साथ एक एंबुलेंस भी गांव पहुंची है.
एसआईटी की टीम कल भी गांव गई थी लेकिन परिजनों की खराब हालत के चलते बयान दर्ज नहीं हुए. एसआईटी की टीम को सात दिनों का वक्त दिया गया है. एसआईटी की ही प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर हाथरस के एसपी विक्रांत वीर सिंह, क्षेत्राधिकारी (CO) राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया. अब हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल बनाए गए हैं.
इसके साथ ही दोनों पक्षों (पीड़ित और आरोपी) और मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों का नार्को टेस्ट करवाए जाने का निर्देश दिया गया है. इस बीच शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है.
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