नई दिल्ली: हाथरस की घटना के बाद देशभर में लोगों में गुस्सा है. जहां आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है तो वहीं इस पूरे मामले में पुलिस प्रसाशन पर भी सवाल उठ रहे हैं. एबीपी न्यूज़ लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है. एबीपी न्यूज़ सवाल कर रहा है कि आखिर किस कानून के तहत मीडिया को पीड़ित परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा है. अब बीजेपी नेता उमा भारती ने भी यही सवाल उठाया है.


उमा भारती ने कहा,' वह एक दलित परिवार की बिटिया थी. बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है. मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है की एसआइटी जाँच में परिवार किसी से मिल भी ना पाये. इससे तो एसाईटी की जाँच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी.''





उमा भारती ने कहा,''हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने क़ा दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से यूपी सरकार और बीजेपी की छवि पे आँच आयी है.''


उन्होंने आगे यूपी सीएम को कहा,'' आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है. मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलो के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये.''