नई दिल्ली: हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. दिल्ली के सफदरजंग अस्तपाल के साथ ही विजय चौक और हाथरस में भी प्रदर्शन शुरू हो गए. सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उसके लिए न्याय की मांग की है.


दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल के बाहर भीम आर्मी और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं प्रदर्शन कर रहे हैं. ये लोग पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए विजय चौक पर प्रदर्शन भी किया. पार्टी ने कहा कि पी. एल. पुनिया, उदित राज, अमृता धवन और पार्टी के अन्य नेताओं को प्रदर्शन करने के लिए मंदिर मार्ग थाने में हिरासत में ले लिया गया.


दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह दलित समुदाय के सभी सदस्यों से अपील करते हैं कि सड़कों पर उतरें और दोषियों को मौत की सजा देने की मांग करें. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को हमारे धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए. जब तक दोषियों को फांसी नहीं दी जाती तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे.’’


कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उप्र के ‘वर्ग-विशेष’ के जंगलराज ने एक और युवती को मार डाला. सरकार ने कहा कि ये फ़ेक न्यूज़ है और पीड़िता को मरने के लिए छोड़ दिया. ना तो ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना फ़ेक थी, ना ही पीड़िता की मौत और ना ही सरकार की बेरहमी.’’


पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘ हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही. हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक बलात्कार की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है.’’


पुलिस ने कहा कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, सोमवार सुबह उसकी हालत गंभीर होने के कारण इलाज के लिये उसे दिल्ली भेजा गया था. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार लड़की जीवन रक्षक प्रणाली पर थी.  अलीगढ़ के अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि युवती के पैर पूरी तरह काम नहीं कर रहे थे और हाथ भी आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गए थे.


इससे पहले पुलिस अधीक्षक ने बताया कि था कि वारदात के दौरान लड़की का गला भी दबाया गया था जिससे उसकी जुबान बाहर आ गयी थी और कट गयी थी. लड़की की हालत काफी गंभीर थी, इस कारण उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


यह भी पढ़ें:


भारत ने लद्दाख में LAC को लेकर चीन के दावे को खारिज किया, कही ये बात