यूपी पुलिस की धक्कामुक्की के बाद राहुल गांधी बोले- शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है
राहुल गांधी ने कहा कि UP में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड पीड़िता के परिजन से मुलाकात करने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के काफिले को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने रोक लिया, जिसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिये निकल गये. इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने राहुल गांधी के साथ धक्कामुक्की की. राहुल गांधी नीचे गिर गए.
इस घटना के बाद राहुल गांधी ने कहा, ''दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता. UP में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है. इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदय!''
दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
UP में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है। इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदय! — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 1, 2020
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने को बताया कि प्रियंका और राहुल हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जा रहे थे. रास्ते में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उनके काफिले को परी चौक इलाके में रोक लिया.
उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर रोके जाने के बाद प्रियंका और राहुल पैदल ही हाथरस के लिये रवाना हो गये. जहां उन्हें रोका गया था, वहां से हाथरस की दूरी 142 किलोमीटर है.
इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये जो भाई—बहन दिल्ली से चले हैं, उन्हें राजस्थान जाना चाहिये था. जहां भी ऐसी घटना होती है, वह जघन्य अपराध होता है. राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है.'
उधर, हाथरस जिलाधिकारी पी.के. लक्षकार ने बताया कि जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है, जो आगामी 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी. जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गयी हैं. उन्होंने सभी से जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.