Hathras Stampede: 'तुम गांव मत छोड़ना, चमत्कार होगा', जब नौकरी करता था 'भोले बाबा' तो दोस्त को दी थी सलाह
Hathras Satsang Stampede: हाथरस हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिसमें उन पर साक्ष्य छिपाने और शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है.
Hathras Satsang Stampede: यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मंगलवार (2, जुलाई) को मची भगदड़ के कारण 121 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा कई लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस हादसे के बाद सूरजमल उर्फ भोले बाबा को लेकर लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.
दरअसल, सूरजमल उर्फ भोले बाबा आठवीं पास है. बाबा के साथ पढ़ने वाले और पुलिस की नौकरी करने वाले साथी राजेंद्र मौर्य ने ABP न्यूज को उससे जुड़े कई अहम राज बताए हैं. उन्होंने बताया कि बाबा उनसे कहता था कि एक रोज उसके गांव में चमत्कार होगा.
बाबा के साथी राजेंद्र मौर्य ने किए चौंकाने वाले खुलासे
ABP न्यूज से बातचीत में राजेंद्र मौर्य ने बताया कि SBR इंटर कॉलेज में बाबा पढ़े हैं. मैं छठी में था, वो आठवीं में थे. बाबा आठवीं पास हैं. उसके बाद पुलिस की नौकरी लग गई. हमने एक साल साथ नौकरी की. नौकरी के दौरान वो हमसे कहते थे कि तुम गांव मत छोड़ना, गांव में चमत्कार होगा.
भोले बाबा के परिवार में कौन-कौन हैं?
उन्होंने बाबा के परिवार के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बाबा के तीन भाई थे, दो अभी जिंदा हैं. उनका कोई बच्चा भी नहीं है, लेकिन पत्नी हैं और वे भी संगत में शामिल हो गईं. साल 2000 में उन्होंने सेवानिवृत्ति ली थी. नौकरी के दौरान ही संत निरंकारी आश्रम में जाते थे. फिर खुद का प्रवचन करने लगे.
कैसे मची सत्संग में भगदड़
बता दें कि हाथरस में मंगलवार को भोले बाबा के एक सत्संग का आयोजन किया गया था. इस दौरान मची भगदड़ की घटना में 121 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए. जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं. अधिकतर अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई. उत्तर प्रदेश पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिसमें उन पर साक्ष्य छिपाने और शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कार्यक्रम में ढाई लाख लोग एकत्र हुए थे, जबकि केवल 80,000 लोगों के ही एकत्र होने की अनुमति दी गई थी.
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