Hathras Satsang Stanpede: हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई. कई लोग घायल हो गए, लेकिन इन सब में मुख्य आरोपी बाबा भोले गायब है. बाबा भोले की प्राइवेट आर्मी का धोखा तो सब ने देख लिया. अब बाबा भोले की 10 करतूतों से भी पर्दा उठा देते हैं. इन करतूतों से ही सरकार को यह याद दिलाया जाएगा की जिस बाबा के गिरेबान तक हाथ नहीं डाल रही है, वह कोई दूध का धुला नहीं है उसके ऊपर 121 लोगों की मौत के दाग है.
अब आपको बतातें हैं कि बाबा की वह 10 करतूतें कौन सी है.
- बाबा की सेवादार. जिन्होंने यह कार्यक्रम आयोजित किया उन्होंने पुलिस को किसी भी प्रकार से सहयोग करने के लिए मना कर दिया और पुलिस की आश्रम में नो एंट्री करवा दी.
- बाबा भोले धर्म के नाम पर कई जमीनों पर कब्जा कर लेता है. अलवर जिले के खड़ेली गांव में बाबा भोले ने आश्रम बनाने के लिए दो बीघा जमीन एक शख्स से खरीदी थी. यह जमीन 15 साल पहले खरीदी गई थी. आश्रम बनने के बाद आसपास की जगह को भी भोले बाबा ने कब्जे में ले लिया था.
- भोले बाबा ना सिर्फ जमीन पर कब्जा करते हैं, बल्कि बिजली की चोरी भी करते हैं. जब आरोप लगे तो बिजली विभाग में बिजली काट दी, लेकिन इसके बावजूद भी बिजली चोरी नहीं छूटी.
- बाबा के सिक्योरिटी टीम में एक सेंसर बोर्ड है, जो बाबा की वीडियो बनाने से रोकता है. बाबा की सभा में किसी भी प्रकार का वीडियो बनाने की मनाई है और अगर कोई वीडियो बनाता पकड़ा जाए तो उसके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है.
- बाबा गरीब और बेचारे लोगों को अपने जाल में फंसाता है. उनके दाम पर तानाशाही करता है. वह सब से बात कर सकता है, लेकिन कोई उससे बात नहीं कर सकता.
- बाबा के चरणों की धूल और अमृत प्रसाद: हाथरस में 121 लोगों की मौत इसी बाबा के चरणों की धूल और उसका प्रसाद लेने के चक्कर में हुई है. यही नहीं बाबा के आश्रम के प्रसाद के चमत्कार का भी झूठ उनके भक्तों में फैलाया जाता है.
- बाबा भोले के कासगंज वाले आश्रम में दावा किया जाता है कि वहां से चमत्कार करने वाला पानी निकलता है. अंधविश्वास फैलाना गैर कानूनी है और इसी कारण बाबा भोले एक बार जेल की हवा भी खा चुके हैं. आश्रम में एक नल लगा हुआ है, जिसमें से निकलने वाला पानी भक्तों के लिए अमृत है, दिव्य है और उससे कई बीमारियां सही हो जाती है. यहां तक की भूत प्रेत की बाधा भी सही हो जाती है.
- भोले बाबा की सेवादार जो खुद को महापुरुष कहते है और भोले बाबा को परमात्मा कहते हैं. बाबा के जितने भी सेवादार है वह ड्रेस कोड में रहते हैं. बाबा के सेवादारों को इसकी तनख्वाह भी नहीं मिलती है. वह निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं.
- बाबा का पर्ची सिस्टम भी है. जिसे भी उनसे बात करनी होती है, उसको एक पर्ची दी जाती है.
- बिजनेस मैनेजमेंट में भी बाबा भोले गुरु है. हर बिजनेस का टेंडर बाबा ने सेवादारों को दिया है. यह दावा किया जाता है कि बाबा के सेवादार मिट्टी को भी सोना बनाकर बेच देते हैं.
SIT ने सीएम योगी को सौंपी रिपोर्ट
इस पूरे मामले को लेकर जो SIT की टीम बनाई गई थी, उसने योगी सरकार को रिपोर्ट दी है, जिसमें पहला पॉइंट यह है कि यह राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है. यही नहीं हाथरस की भगदड़ में कुछ लोकल लीडर्स की भूमिका भी पाई गई है. मिस मैनेजमेंट में आयोजकों और सेवादारों की भूमिका पाई गई है. 100 लोगों के बयान भी एसआईटी ने दर्ज किया हैं. भोले बाबा के सत्संग में तैनात पुलिस वालों के रोल पर भी सवाल उठाए गए हैं.
यह भी पढ़ें- हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी खुद पहुंचा पुलिस के पास, 1 लाख का इनामी देव प्रकाश मधुकर गिरफ्तार