Hathras Satsang Stampede: हाथरस हादसे में मौतों की संख्या 100 से अधिक हो गई है. घटना को लेकर सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड पर काम कर रहा है. इस बीच हाथरस में एनडीआरएफ के जवान और मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है.


राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के अनुसार, हाथरस में भगदड़ के बाद 14 मेडिकल स्टाफ और एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया है. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए एनडीआरएफ के 35 अन्य सदस्यों को घटनास्थल पर भेजा है.


अमित शाह ने की सीएम योगी से बात


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाथरस हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और उन्होंने भगदड़ के बाद उत्पन्न हुई स्थिति से निपटने के लिए हर संभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री योगी ने अमित शाह को इस दुखद घटना के बारे में भी अवगत कराया. अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- ''हाथरस में हुई दुर्घटना के विषय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर घटना की जानकारी ली और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. शीघ्र ही NDRF की मेडिकल टीम भी हाथरस पहुंच रही है.






100 से अधिक लोगों की गई जान


दरअसल, मंगलवार (2, जुलाई) को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा का सत्संग आयोजित किया गया था. इस सत्संग में अचानक भगदड़ मच गई. श्रद्धालुओं के बीच हुई भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है.


पीएम मोदी ने घटना पर जताया दुख


इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में हाथरस हादसे पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुखद मृत्यु की जानकारी आ रही है, जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है. मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को ये भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.''


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