Hathras Satsang Stampede: यूपी के हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में महिलाओं और बच्चों समेत 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है.


प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना के जांच के आदेश दिए हैं. घटनास्थल पर डीजीपी और गृह सचिव मौजूद हैं और राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं. इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने भी दुःख जताया है. इस हादसे को लेकर अब एक और जानकारी सामने आई है. 


सामने आई ये बड़ी जानकारी 


इस हादसे की जांच में पता चला है कि बाबा जहां पैर रखता है, उस मिट्टी को भक्त पवित्र मानते हैं. मान्यता है कि उस मिट्टी को घर ले आने से सारे कष्ट दूर होते हैं. महिलाएं इसे आंचल में बांध लेती हैं. बाबा के मार्ग में रंगोली सजाई जाती है. उस रंगोली के रंग से मिली धूल को भी महिलाएं अपने पल्लू में बांध लेते हैं. सालों से यही परंपरा चली आ रही है. इस चमत्कारी मिट्टी के चक्कर में लोग उमड़े थे और फिर भगदड़ मच गई.


महिलाओं की हुई सबसे ज्यादा मौत 


पीटीआई के अनुसार, इस हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया, 'इस हादसे में 116 लोगों ने जान गंवाई है, जिसमे 7 बच्चे और 1 पुरुष को छोड़कर  मरने वाली सभी महिलाएं हैं. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में महिलाओं को रोते-बिलखते हुए भी देखा गया है. दूर-दराज के देहात इलाकों से महिलाएं सत्संग में शामिल होने पहुंची थी. 


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