Hathras Stampede: हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ के बाद 121 लोगों की मौत का मामला गर्माता जा रहा है. पीड़ित परिवारों से तमाम सियासी पार्टियों के छोटे-बड़े नेता मिल रहे हैं. इस बीच नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद भी सोमवार (8 जुलाई) पीड़ित परिवारों से मिलने पिलखना गांव पहुंचे, वहां उन्होंने घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि पढ़े लिखे लोगों को समझाना पड़ेगा कि बाबा के पास जाने से नहीं. बाबा साहब अंबेडकर के विचारों पर चलने से जिंदगी में बदलाव होगा. जबकि, किसाने नेता ने राकेश टिकैत ने कहा कि जो सरकार के एजेंडे में बाबा वहीं, काम कर रहे हैं.
इस दौरान भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. उन्होंने कहा कि मुझे इस घर में आकर एहसास हुआ कि ऐसा नहीं कि यह लोग आगे बढ़ने का प्रयास नहीं कर रहे. इस गरीबी बेबसी की बेड़ियों को काटने का प्रयास नहीं कर रहे. यह बच्ची हमारी छोटी बहन तैयारी कर रही है इसने पुलिस की भर्ती का पेपर भी दिया था लेकिन वो पेपर ही लीक हो गया और उसके बाद चुनाव हुआ अब तक सुध नहीं ली गई.
पीड़ित परिवारों को मिले- 25-25 लाख मुआवजा- भीम आर्मी चीफ
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने सीएम योगी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अब तक सुध नहीं ली कि भाई वो पेपर दोबारा करा दे तो बहुत सारे गरीबों के बच्चों को रोजगार मिल जाए यह पढ़े लिखे नौजवान मेहनत कर रहे हैं. ये कोशिश कर रहे हैं कि इनको रोजगार मिल जाए. उन्होंने कहा कि सरकार को सोचना होगा कि 2 से 4 रुपए में कुछ नहीं होता है. इस दौरान चंद्रशेखर आज़ाद ने सरकार से उन परिवारों के लिए 25-25 लाख के मुआवजे की मांग की.
चंद्रशेखर ने सरकार से की सीबीआई जांच की मांग
चंद्रशेखर ने हाथरस हादसे पर सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हो साथ ही मामले की जांच हो, और जो भी दोषी हो उस पर सख्त कार्रवाई हो. जिससे कि भविष्य में ऐसा कोई भी किसी भी धर्म का हो. उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की लापरवाही से ये घटना हुई. उन पर भी कड़ी कार्रवाई हो. क्योंकि, इस तरह के आयोजनों में लापरवाही बढ़ती जाएगी तो फिर इसका खामियाजा ऐसे ही मौत के तांडव के साथ जनता को बनना पड़ेगा.
धार्मिक आयोजनों के लिए बनें स्टाफ- टिकैत
इस बीच किसान नेता राकेत टिकैत ने भी हाथरस पहुंचे थे. यहां पहुंचकर उन्होंने कहा कि बाबा साकार हरि ने कौन सा गलत काम कर दिया. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अयोध्या में लाखों आदमी रोज जा रहे हैं. तो एक धार्मिक जो आयोजन हो. उसके लिए तो एक स्टाफ बन जाए. ऐसे में धार्मिक आयोजन को हम ठीक तरह से करवाएंगे.
पीड़ित परिवारों को मिले 50 लाख रुपए मुआवज़ा
राकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों के दौरान हुई घटनाओं के लिए राज्य सरकार को मुआवज़ा देना चाहिए. उन्हें इन घटनाओं को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए. ऐसे आयोजनों में सुरक्षा बलों की तैनाती की जानी चाहिए. इसके साथ ही सभी पीड़ित परिवारों को 50 लाख रुपये मुआवज़ा दिया जाना चाहिए. जिसकी हादसे में जान गई है.
राकेश टिकैत ने कहा सरकार लें जिम्मेदारी
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हादसा हो गया तो हादसे की जिम्मेदारी महाराज जी पर क्यों डाल रहे हो भाई? सरकार इसकी जिम्मेदारी ले. अगर भीड़ इकट्ठी होगी तो घटनाएं भी होंगी. उन्होंने कहा कि बाबा साकार हरि वहीं काम कर रहे हैं जो सरकार के एजेंडें में हैं. क्योंकि, बाबा साकार हरि जिस समाज से ताल्लुक रखतें हैं. ये तो ठीक काम कर रहे हैं. क्योंकि, बाबा के समाज के लोग बौद्ध धर्म की ओर जा रहे हैं.
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