कश्मीर में आतंक का सफाया करने में सेना को मिली सफलता, हथियारों की कमी से जूझ रहे आतंकवादी- आर्मी
Indian Army: कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ सेना का चाबुक लगातार चल रहा है. शनिवार को सेना ने एलओसी पर आतंकवाद की कमर तोड़ने वाला ऑपरेशन चलाया जिसके बारे में सेना के अधिकारियों ने जानकारी दी.
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आतंक का सफाया करने में भारतीय सेना को सफलता मिली है. इतना ही नहीं आतंकवादी अब हथियारों की कमी से भी जूझ रहे हैं. इस बात की जानकारी भारतीय सेना ने दी है. कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंक विरोधी अभियानों को तेज कर दिया है और सक्रिय आतंकवादियों की संख्या कम से कम रखने का लक्ष्य बनाया है. सेना को इसमें सफलता भी मिली है.
भारतीय सेना के अधिकारियों का कहना है कि घाटी में भारतीय सेना सतर्क है और कश्मीर में किसी भी घुसपैठ की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान सीमा पार से घाटी में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के लिए आतंकवादियों को अपनी ओर खीचने की कोशिश कर रहा है. इसके अलावा, केवल नागरिकों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान छोटी बंदूकें भी भेज रहा है लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे.
उरी में चलाया ऑपरेशन
इन सबके बीच भारतीय सेना ने उरी के रामपुर सेक्टर में एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया. ये ऑपरेशन बीते शनिवार 24 दिसंबर को एलओसी के पास चलाया गया था. दरअसल, सेना को गोला बारूद और हथियारों की बड़ी खेप की सूचना मिली थी, जिसके बाद एक साझा अभियान चलाया गया. इस अभियान में 8 एके74 यू, 24 एके74 की मैग्जीन, 12 चाइनीज पिस्टल, 24 पिस्टल की मैग्जीन, 9 चीनी ग्रेनेड, 5 पाकिस्तानी ग्रेनेड, 5 गेहूं की बोरियां, 81 पाकिस्तानी गुब्बारे, 560 एके47 राइफल के राउंड्स और पिस्टल के 244 राउंड्स बरामद हुए.
अधिकारियों ने बताया है कि ये नियंत्रण रेखा के पास अंजाम दिया गया हाल के सालों में सबसे बड़ी रुकावट है. तो वहीं बारामूला के एसएसपी रईस मुहम्मद भट ने कहा कि ये जो गुब्बारे मिले हैं वो जम्मू के इलाकों में ज्यादा भेजे जाते थे लेकिन पहली बार कश्मीर घाटी की तरफ भेजे गए हैं. ये कुछ हद तक घाटी में फिर से प्रचार भड़काने की ओर इशारा कर रहा है.
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