आणंद: 8 अगस्त को गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल ने आज कहा कि जीत के लिए उन्हें पर्याप्त संख्या में विधायकों का समर्थन हासिल है. उन्होंने कहा कि इसमें एनसीपी और जेडीयू के विधायक भी शामिल हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजेपी, कांग्रेस विधायकों और उनके परिवारों को डरा धमका रही है और प्रताड़ित कर रही है ताकि और भी विधायकों को तोड़ा जा सके. कांग्रेस के विधायकों को बीजेपी की ओर से पाले में करने की कोशिश किए जाने के चलते 44 विधायकों को बेंगलुरू भेजने को मजबूर होना पड़ा.
आणंद के बाहरी इलाके में स्थित निजानंद रिसार्ट में कांग्रेस के 44 विधायकों से मिलने के बाद पटेल ने ने ये बातें कही. बेंगलुरू से लौटने के बाद उन्हें वहां रखा गया है. पार्टी के विधायक कल सुबह तक वहां रहेंगे.
यह पूछे जाने पर कि चुनाव जीतने के लिए 45 का जादुई आंकड़ा वह कैसे हासिल करेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव किसी की प्रतिष्ठा को लेकर नहीं है. अपने विधायकों पर मेरा पूरा भरोसा है. कांग्रेस के 44 विधायकों के अलावा एनसीपी के दो, जेडीयू के एक विधायक भी अपना वोट मुझे देंगे.’’
पटेल ने रिजॉर्ट के बाहर कहा, ‘‘अभी तक अपने पत्ते नहीं खोलने वाले कांग्रेस के सात विधायक भी मुझे वोट देंगे. यहां तक कि शंकरसिंह वाघेला ने घोषणा की है कि वह मुझे वोट देंगे.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि एनसीपी ने कल कहा था कि इसने किसी पार्टी का समर्थन करने के बारे में फैसला नहीं किया है लेकिन ताजा खबरों से पता चलता है कि एनसीपी ने मेरा समर्थन करने का फैसला ले लिया है.
कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरू जाने के लिए मजबूर करने को लेकर भी पटेल ने बीजेपी पर हमला किया. ‘‘मुझे समझ में नहीं आ रहा कि बीजेपी ने अपना तीसरा उम्मीदवार उतारने का फैसला क्यों किया, जबकि उसके पास 16 विधायक कम हैं. दल बदल के लिए जिस तरह से कांग्रेस विधायकों को निशाना बनाया गया है, हमारा लोकतंत्र एक ‘बनाना रिपब्लिक’ में तब्दील हो गया है. हम पर निगरानी रखी गई. यहां तक कि सरकार ने भी मेरी निगरानी की.’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि और अधिक विधायकों को बीजेपी की ओर से अपने पाले में करने के लिए हमारे विधायकों और उनके परिवारों को डराया धमकाया गया और प्रताड़ित किया गया. यही वजह है कि हमारे विधायक एक सुरक्षित स्थान पर ले जाए गए.