'कर्नाटक में भी जल्द उभर सकता है कोई अजित पवार...' कुमारस्वामी ने कांग्रेस सरकार पर ली चुटकी
Karnataka Politics: महाराष्ट्र के बाद कई राज्यों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं, इसी बीच कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि कर्नाटक में भी ऐसा हो सकता है.
Karnataka Politics: महाराष्ट्र के बाद अब बाकी राज्यों में सियासी उलटफेर के कयास लगने शुरू हो गए हैं. बिहार को लेकर चल रही चर्चा के बीच अब कर्नाटक में भी इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है. जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के बयान ने कर्नाटक की सियासत में हलचल पैदा कर दी है. पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा है कि आने वाले वक्त में कुछ भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि आगे कर्नाटक में भी कोई अजित पवार जैसा व्यक्ति उभरकर सामने आ सकता है.
कुछ भी होने में नहीं लगेगा वक्त- कुमारस्वामी
जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने कहा, "इस देश में कभी भी कुछ भी हो सकता है, किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि 2018 में मेरी सरकार जाएगी, महाराष्ट्र में भी यही हो रहा है. कर्नाटक में भी भविष्य में अजित पवार जैसा व्यक्ति उभर सकता है. कुछ भी होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. इस साल के अंत में भी ऐसा हो सकता है, नहीं तो लोकसभा चुनाव के बाद ऐसा होगा."
कांग्रेस की कलह को कुरेदने की कोशिश
कर्नाटक में कांग्रेस के साथ सरकार बनाकर मुख्यमंत्री के पद पर रहने वाले जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने ये इशारा डीके शिवकुमार की तरफ किया. कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलें थीं, लेकिन आखिर में कांग्रेस ने सीनियर नेता सिद्धारमैया को चुना. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच तनातनी की खबरें भी सामने आईं, कई दिनों तक शपथ ग्रहण समारोह को टाला जा रहा था. आखिरकार कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने डीके को मना लिया और उन्हें डिप्टी सीएम का पद दिया गया.
सिद्धारमैया के सीएम बनाए जाने के बाद बताया गया कि डीके शिवकुमार से डील हुई है कि चुनाव से करीब तीन साल पहले उन्हें सीएम की कुर्सी सौंपी जाएगी, वहीं 2 साल तक सिद्धारमैया सीएम बने रहेंगे. हालांकि पार्टी की तरफ से इस फॉर्मूले की चर्चा नहीं की गई. अब एचडी कुमारस्वामी ने महाराष्ट्र के बहाने कर्नाटक कांग्रेस की कलह को कुरेदने की कोशिश की है.
ये भी पढ़ें -NCP में बगावत के बाद एकनाथ शिंदे के सामने संकट, अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई याचिका