राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जमा करने को लेकर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी के बयान से बवाल मच गया है. कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि राम मंदिर के नाम पर आम लोगों से चंदा ले रहे संघ के लोग उन घरों की अलग तरीके से मार्किंग कर रहे हैं जो चंदा नहीं दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें डर है कि आगे चलकर ऐसे लोगों के साथ कुछ बुरा हो सकता है. इस दौरान संघ पर हमला बोलते हरुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संघ के लोगों का ये बर्ताव नाजियों जैसा है.
एचडी कुमारस्वामी ने कहा, ''मुझे ऐसी सूचना मिली है कि राम मंदिर के नाम पर चंदा जमा करने वाले लोग उन घरों की मार्किंग कर रहे हैं जो चंदा नहीं दे रहे हैं, चंदा देने वाले और नहीं देने वालों को चिन्हित किया जा रहा है. हिटलर शासनकाल में नाजियों ने यहूदियों के साथ ऐसा किया था बाद में लाखों की तादात में यहूदियों का नरसंहार कर दिया गया था.''
कुमारस्वामी के इस बयान को विश्व हिंदू परिषद और संघ के दूसरों संगठनों की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आयी है. कर्नाटक की BJP सरकार में शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने कहा कि कुमारस्वामी को इस अभियान की समझ ही नहीं है इसीलिए वो ऐसे बेबुनियाद बयान दे रहे हैं.
इतिहासकारों को उद्धृत करते हुए कुमारस्वामी ने दावा किया कि आरएसएस का जन्म उसी समय हुआ जब जर्मनी में नाजी पार्टी की स्थापना हुई. उन्होंने दावा किया कि देश में अघोषित आपातकाल है. क्योंकि, लोग खुलकर अपने विचार व्यक्त नहीं कर सकते हैं.
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