Health Department: स्वास्थ्य भवन (Sanatorium) में प्रदेश भर से आए कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं. सभी एक स्वर में कह रहे हैं कि ग़लत तरीक़े से नियम विरुद्ध तबादले किए गए हैं. अब जब मुख्यमंत्री (Chief Minister) के आदेश पर जांच हो रही है तो इस दौरान ट्रांसफ़र (Transfer) किए गए कर्मचारियों को जबरन रिलीव किया जा रहा है.


इस लीपापोती को लेकर कर्मचारियों की नाराज़गी बढ़ गई है. यही स्थिति रही तो जल्द हड़ताल की घोषणा की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग में न केवल चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के तबादलों में भारी अनियमितता बरती गई है बल्कि ज़िलों में सीएमओ की तैनाती में भी खेल किया गया है.


नियमों को ताक पर रखकर बनाया गया सीएमओ


शासनादेश के हिसाब से जिन लोगों के ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई, जांच आदि चल रही है, उन्हें सीएमओ जैसे महत्वपूर्ण पद पर नहीं बैठाया जा सकता है. बावजूद इसके कई ज़िलों में ऐसी तैनातियां हुई हैं. साथ ही जिन चिकित्सकों का प्रमोशन हो रहा है, उन्हें भी सीएमओ के पद पर तैनात कर दिया गया. यही नहीं शारीरिक रूप से अस्वस्थ चिकित्सकों को भी सीएमओ बना दिया गया.


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