स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दिल्ली एनसीआर के प्राइवेट अस्पताल के साथ कोरोना वायरस को लेकर बैठक की
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने मौजूदा हालात की जानकारी दी गई. कोरोना वायरस से कैसे निपटें इस बारे में भी इन प्राइवेट अस्पतालों को जानकारी दी.
नई दिल्ली: आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने निजी अस्पतालों के साथ कोरोना वायरस को लेकर बैठक की. बैठक स्वास्थ्य मंत्रालय में हुई जिसमें नीति आयोग की तरफ से डॉ वी के पॉल, मंत्रालय के अधिकारी और दिल्ली एनसीआर के कई बड़े अस्पताल शामिल हुए. बैठक का मकसद था कि इन प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना वायरस के संदिग्धों और संक्रमित मरीजों का इलाज हो सके.
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने मौजूदा हालात की जानकारी दी गई. साथी लगातार सामने आ रहे मामलों से केंद्र सरकार और राज्य सरकारें कैसे निपटें कि इसके बारे में भी इन प्राइवेट अस्पतालों को जानकारी दी.
देश की राजधानी दिल्ली में #COVID19 का मामला सामने आने के बाद आज मैंने @MoHFW_INDIA में दिल्ली के निजी अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ एक बैठक कर उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करी और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। बैठक में मैंने कुछ जरूरी दिशानिर्देश भी दिए।@PMOIndia pic.twitter.com/e3XuqQrw09
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 5, 2020
बैठक में इस बारे में चर्चा हुई कि कैसे सरकार और प्राइवेट हॉस्पिटल मिलकर इस समय फैल रहे कोरोना वायरस को रोक सकते हैं. इसमें प्राइवेट अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड, संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए वार्ड और सैंपल कलेक्शन प्रोटोकॉल पर चर्चा हुई. साथी इस बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि नीति आयोग कैसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और इन निजी अस्पतालों को इस कोरोनावयरस से निपटने मे मदद करेगा.
बैठक में दिल्ली एनसीआर के कई अस्पताल के मालिक या बोर्ड मेंबर शामिल हुए. जिसमें मेदांता, अपोलो, मैक्स, फोर्टिस, एशियन, मेट्रो, पारस, सीग्नस हेल्थकेयर, आर्टेमिस हॉस्पिटल, वीपीएस हेल्थ केयर, सर्वोदय, नयति हॉस्पिटल शामिल थे. इनके अलावा आईएमए और फिक्की के सदस्य भी शामिल हुए.