(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की कमी के दावों को हर्षवर्धन ने किया खारिज, कहा- ‘विफलताएं’ छिपाने की है कोशिश
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के दावों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि लोगों में दहशत फैलाना मूर्खता है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन की कमी का दावा किया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आज कहा कि कोविड-19 के टीके की 14 लाख खुराकें ही बची हुई हैं जो तीन दिन ही चल पाएंगी. उन्होंने कहा कि टीकों की कमी के कारण कई टीकाकरण केंद्र बंद करने पड़ रहे हैं.
महाराष्ट्र सरकार के इन दावों को केंद्र सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा, “यह कुछ नहीं बल्कि वैश्विक महामारी के प्रसार को रोकने की महाराष्ट्र सरकार की बार-बार की विफलताओं से ध्यान भटकाने की कोशिश है.”
उन्होंने कहा, ''महाराष्ट्र सरकार द्वारा ज़िम्मेदारी से कार्य न करना समझ से परे है. लोगों में दहशत फैलाना मूर्खता है. वैक्सीन आपूर्ति की निगरानी लगातार की जा रही है और राज्य सरकारों को इसके बारे में नियमित रूप से अवगत कराया जा रहा है.''
हर्षवर्धन ने कहा कि महाराष्ट्र द्वारा की जा रही “जांचें पर्याप्त नहीं हैं और संक्रमितों के संपर्क में आने वालों का पता लगाना भी संतोषजनक नहीं है.” उन्होंने कहा, “यह देखकर स्तब्ध रह जाते हैं कि राज्य सरकार निजी वसूली की खातिर लोगों को संस्थागत पृथकवास की अनिवार्यता से छूट देकर महाराष्ट्र को खतरे में डाल रही है.”
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में पिछले दो-तीन हफ्तों में हुई कई मौत का मुद्दा उठाते हुए कहा, “मैं विनम्रतापूर्वक कहना चाहूंगा कि बेहतर होगा कि राज्य सरकार तुच्छ राजनीति करने की बजाय स्वास्थ्य अवसंरचना को सुधारने में अपनी ऊर्जा लगाए.”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में जांच का तरीका ज्यादातर रेपिड एंटीजन पर निर्भर है जो कि सही रणनीति नहीं है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कई और राज्यों को भी अपने स्वास्थ्य तंत्रों को मजबूत करने की जरूरत है.
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