क्या भारत खरीदेगा फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन? जानिए हर्षवर्धन का जवाब
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि भारत को फाइजर को कोविड-19 वैक्सीन की जरूरत ही नहीं पड़े, क्योंकि देश के अंदर जिन वैक्सीन के ट्रायल किए जा रहे हैं उसने अभी तक बेहतर परिणाम दिखाए हैं.
कोविड-19 वैक्सीन ट्रायल के नतीजे अब दुनियाभर से धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं. ऐसे में इस वक्त जहां वैक्सीन के नतीजों के बारे में सभी जानने को उत्सुक हैं तो वहीं सवाल ये उठ रहा है कि जिस अमेरिकी वैक्सीन फाइजर के ट्रायल के दौरान के बेहतर नतीजे सामने आए हैं तो क्या भारत अब उस वैक्सीन के लिए कोई डील करेगा? केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि भारत को फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन की जरूरत ही ना पड़े, क्योंकि देश के अंदर जिन वैक्सीन के ट्रायल किए जा रहे हैं उसने अभी तक बेहतर परिणाम दिखाए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फाइजर-बायोटेक वैक्सीन के बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं बनता है क्योंकि अमेरिकी रेगुलेटरी अथॉरिटी की तरफ से इसे अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है.
हर्षवर्धन ने कहा कि अगर इसे मंजूरी मिल भी जाती है तो ये दवा निर्माता कंपनी अन्य देशों को सप्लाई करने से पहले से पहले स्थानीय आबादी की मांग को पूरा करने का प्रयास करेगी. भारत में इस वक्त कम से कम पांच ऐसे कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है, जिनमें से 3 वैक्सीन की सुरक्षा और उसके प्रभावोत्पादकता का पता करने के लिए उसके दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल किए जा रहे हैं.
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से किया जा रहा है. इधर, भारत बायोटेक-आईसीएमआर के कोवैक्सीन भी बेहतर परिणाम दिखाए हैं और इसकी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो चुका है. इसके दूसरे चरण के ट्रायल के नतीजे कभी भी आ सकते हैं.