COVID-19: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियो के साथ हुई बैठक, टीकाकरण बढ़ाने और हर घर दस्तक अभियान में तेज़ी लाने पर जोर
COVID-19 Vaccination: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगाह किया कि कोविड 19 खत्म नहीं हुआ है.
COVID-19 Vaccination Update: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने गुरुवार को देश मे कोविड टीकाकरण और हर घर दस्तक कैंपेन को लेकर राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियो के साथ वर्चुअल बैठक की. टीकाकरण को लेकर हुई बैठक में उन्होंने साफ कहा कि हमे ये नहीं सोचना चाहिए कि कोरोना खत्म हो गया है, दुनिया के कई देशों में अभी केस बढ़ रहे हैं, इसलिए इस बैठक में देश मे कोरोना टीकाकरण बढ़ाने और हर घर दस्तक अभियान में तेज़ी लाने पर जोर दिया जाए. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने बताया कि देश मे वर्तमान में 79% वयस्क आबादी को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक मिली चुकी है और 38% योग्य आबादी को दूसरी खुराक दी जा चुकी है.
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को किया आगाह
वहीं इस समीक्षा बैठक में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगाह किया कि कोविड 19 खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा "हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि कोरोना खत्म हो गया है. वैश्विक स्तर पर मामले बढ़ रहे हैं. 80 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण के बावजूद सिंगापुर, ब्रिटेन, रूस और चीन में मामले फिर से बढ़ रहे हैं. टीकाकरण और कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर को साथ-साथ चलना चाहिए". बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने साफ कहा कि कोरोना टीकाकरण रोग की गंभीरता को कम करता है, वहीं कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि देश ने अब तक सामूहिक रूप से जो लाभ अर्जित किया है वह व्यर्थ नहीं गया है और हमारे पास कोरोना मामलों का कोई अन्य उछाल नहीं है.
'हर घर दस्तक' अभियान में तेजी लाने पर जोर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलाय की तरफ से साफ किया गया कि देश मे वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और टीकाकरण में तेज़ी लाने के लिए वैक्सीन उपलब्ध है. इस समीक्षा बैठक में डॉ. मंडाविया ने राज्यों को सुझाव दिया कि बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों जैसी जगहों पर विशेष रूप से बड़े महानगरों में कोविड टीकाकरण केंद्र शुरू करें, क्योंकि ये बड़ी संख्या में लोगों के शहर में प्रवेश करने के प्राथमिक बिंदु हैं. इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया कि 'हर घर दस्तक' अभियान के हर दिन को लाभार्थियों के विभिन्न समूहों को जुटाने और टीकाकरण के लिए समर्पित किया जा सकता है जैसे एक दिन व्यापारियों, फेरीवालों, विक्रेताओं, दुकानदारों जैसों के लिए समर्पित किया जा सकता है, जो अन्य दिनों में रिक्शा चालकों और ऑटो चालकों को जुटा सकते हैं. एक दिन मजदूरों और किसानों को समर्पित किया जा सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि समयबद्ध तरीके से 100% कवरेज सुनिश्चित करने के लिए कई टीकाकरण टीमों रणनीति बनाई जाए. टीकाकरण टीमों को जिला और ब्लॉक की पहचान करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए एक रैंकिंग तंत्र का विकास करने की जरूरत है. वहीं जागरूकता पैदा करने और टीकाकरण सेवाएं प्रदान करने के लिए स्थानीय साप्ताहिक बाज़ारों और हाटों का उपयोग करने की सलाह दी गई है. साथ ही स्थानीय धार्मिक और सामुदायिक नेताओं के साथ सहयोग लेने की सलाह दी गई है.
कोविड -19 को लेकर गुरुवार को हुई बैठक में केरल ,उत्तराखंड, झारखंड, मिजोरम, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात, असम, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री शामिल हुए. जबकि कुछ राज्यों के स्वास्थ्य सचिव बैठक में शामिल हुए.