Mansukh Mandaviya: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कई देशों में कोविड.19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए अपने यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों के सैंपल लेने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत लोगों के सैंपल बिना किसी क्रम के, आरटी-पीसीआर जांच के लिए जाएंगे. मंत्री ने कहा कि आवश्यक होने पर इसे सभी के लिए अनिवार्य करने पर विचार किया जा सकता है. 


मंडाविया वर्तमान में कोविड महामारी के हालात और भारत की तैयारियों पर राज्यसभा में अपने बयान के बाद कुछ विपक्षी सांसदों के पूछे गए स्पष्टीकरणों का जवाब दे रहे थे. राज्यसभा में उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के राघव चड्ढा के पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.


चीन और भारत के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं है, लेकिन लोग अन्य मार्गों से आते हैं. आप सदस्य ने पूछा था कि क्या सरकार चीन में कोविड मामलों में तेज वृद्धि के मद्देनजर वहां से आ रही सीधी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाएगी? मंडाविया ने कहा कि एक स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उन्होंने कई देशों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से इस बारे में बात की है कि क्या सभी सावधानियां बरतने की जरूरत है और महामारी किस दिशा में बढ़ रही है.


वायरस का कोई अज्ञात वेरिएंट न कर पाए भारत में प्रवेश


मंडाविया ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर, हमने भारत आने वाले विदेशी यात्रियों में से किन्ही दो प्रतिशत यात्रियों के नमूने जांच के लिए लेने शुरू कर दिए हैं. आने वाले दिनों में यह प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है और आवश्यक होने पर हम इसे भारत आने वाले सभी लोगों के लिए अनिवार्य कर देंगे. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि वायरस का कोई अज्ञात वेरिएंट भारत में प्रवेश न कर पाए और साथ ही यात्रा करने में बाधा भी न हो. मनसुख ने कहा कि हम देश में दवाओं और टीकों की जरूरत पूरी करने के लिए तैयार हैं. 


कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उचित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लिखे गए पत्र का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि एक स्वास्थ्य मंत्री के रूप में यह उनकी जिम्मेदारी थी.


उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ सांसदों ने उन्हें रैली में लोगों की भीड़ उमड़ने के बारे में बताया गया. मंडाविया ने कहा कि रैली में शामिल हुए कुछ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित थे. साथ ही बताया कि रैली में शामिल हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए. 


दुनिया में प्रतिदिन 5.87 लाख नये मामले आ रहे हैं सामने 


मंडाविया ने जोर देकर कहा, हमने कभी भी कोविड संकट पर राजनीति नहीं की है और हम ऐसा करना भी नहीं चाहते. उन्होंने बयान में कहा कि भारत में एक साल में कोविड महामारी के मामलों में कमी आई है और अभी प्रतिदिन 153 नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिसकी तुलना में दुनिया में प्रतिदिन 5.87 लाख नए मामले सामने आ रहे हैं. मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकार और पूरे समाज के साथ पूर्ण सक्रियता के साथ इसका प्रबंधन किया और इसके अच्छे परिणाम भी मिले हैं. उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार, वैश्विक स्थिति पर नजर रख रही है. सार्वजनिक स्वास्थ्य के सामने आ रही चुनौतियों पर सरकार लगातार कदम उठा रही है. राज्यों को भी सामुदायिक निगरानी बढ़ाने के लिए सलाह दी जा रही है." 


मंत्री ने कहा कि राज्यों को संक्रमण के सभी मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने की सलाह दी गई है ताकि वायरस का कोई नया वैरिएंट आने पर इसकी समय पर पहचान की जा सके एवं कड़े कदम उठाए जा सकें. मंडाविया ने कहा कि भारत 'वसुधैव कुटुंबकम' में विश्वास करता है और यही वजह है कि भारत ने 150 देशों को दवाएं भेजी और वह भी कीमत बढ़ाए बिना. उन्होंने कहा कि हमारी भेजी गई दवाएं हानिकारक भी नहीं निकलीं. मंडाविया ने कहा कि तैयारियां पूरी हैं, लेकिन वायरस लगातार अपनी प्रकृति बदल रही है.


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