Mansukh Mandaviya: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री (Heath Minsiter) मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने कहा है कि सरकार सभी को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने ये भी कहा कि किसी की दवा के दाम अनाप-शनाप बढ़ने से रोकने की व्यवस्था की जा रही है. मांडविया ने आज राष्ट्रीय आवश्यक औषधि सूची (National Essentional List Of Medicines) जारी की और कहा कि इस सूची में शामिल किसी भी दवा की कीमत संबंधित कंपनी अपने आप या मनमर्जी से नहीं बढ़ा सकती है.


उन्होंने कहा सूची में शामिल सभी दवाइयों की कीमत राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण करेगा. सूची में शामिल सभी दवाओं की कीमतें थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर तय होंगी. प्राधिकरण इन दवाओं का अधिकतम मूल्य तय करेगा. सूची में शामिल सभी दवाओं की कीमतें जल्द संशोधित की जाएंगी. इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. प्रवीण पवार और मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.


साल 2015 के बाद 2022 में ये लिस्ट जारी की गई


इससे पहले साल 2015 में राष्ट्रीय आवश्यक औषधि सूची जारी की गई थी. उसके बाद अब साल 2022 में इसको जारी किया गया है. मनसुख मंडाविया ने कहा, ‘एनईएलएस 2015 के बाद 2022 में अपडेट होकर आपके सामने है. लंबी प्रक्रिया होती है तब दवाई शामिल होती हैं. इसे इंडेपेंडेंट कमेटी तय करती है. 350 एक्सपर्ट और 140 बार कंसल्टेंशन किया तब लिस्ट तैयार हुई है.’ उन्होंने कहा कि इस सूची में 384 मूल दवा शामिल की गईं जिनके आधार पर 1 हजार से अधिक दवाएं बनाई जा सकती हैं.


पब्लिक हेल्थ इश्यू वाली दवाएं शामिल


स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव (Heath Secretary) राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने बताया कि इन सूची में पब्लिक हेल्थ इश्यू (Public Health Issues) वाली दवाओं (Medicines) का शामिल किया गया है. इसके अलावा हमारे देश में जो दवाएं अप्रूव्ड और जिन्हे लाइसेंस मिला हुआ है उन्हें ही सूची में शामिल किया गया है. इस सूची में 34 नई दवाओं को जोड़ा गया है और 26 को हटाया गया है. तो वहीं, कोविड (Covid) की कोई भी दवा इस सूची में शामिल नहीं की गई है क्योंकि इसका अभी ट्रायल पूरा नहीं हुआ है. इन्हें इमरजेंसी यूज (Emergency Use) में शामिल किया गया है.


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