नई दिल्ली: केरल और हरियाणा से एवियन इन्फ्लुएंजा यानी बर्ड फ्लू की खबर आने के बाद केंद्र सरकार हरकत में आ गई है. इसके लिए आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केरल और हरियाणा के प्रभावित इलाकों में मल्टी डिसीप्लिनरी टीमें तैनात की हैं. एवियन इन्फ्लुएंजा की इस बीमारी को लेकर कड़ी निगरानी और सावधानी बरती जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एवियन इन्फ्लुएंजा प्रभावित केरल के अलाप्पुझा और कोट्टायम जिलों में और हरियाणा के पंचकुला जिले में मल्टी डिसीप्लिनरी टीमों को तैनात किया गया है. दरअसल 4 जनवरी को पशुपालन विभाग ने केरल में अलाप्पुझा और कोट्टायम जिलों से मृत बतख के नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा (H5N8) का पता लगाने के बारे में सूचित किया था. वहीं, हरियाणा के पंचकुला जिले से पोल्ट्री के नमूनों से एवियन इन्फ्लुएंजा की एक ऐसी रिपोर्ट भी मिली है.
इन दोनों राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की मदद के लिए केंद्र ने दो मल्टी डिसीप्लिनरी टीमें भेजी है. इन दोनों टीमों में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी),नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), दिल्ली के आरएमएल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ शामिल हैं.
इसके अलावा एक उच्च स्तरीय टीम आज केरल भेजी गई है, जो बर्ड फ्लू के मद्देनजर कंटेनमेंट प्लान लागू करने में मदद करेगी. उच्च स्तरीय टीम एनसीडीसी (नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल) निदेशक की अगुवाई में भेजी गई है. ये टीम केरल में कोविड-19 की समीक्षा भी करेगी.
वहीं, एवियन इन्फ्लुएंजा की इसी तरह की रिपोर्ट राजस्थान के झालावाड़ और मध्य प्रदेश के भिंड से आई है, जिनमें कौवे और प्रवासी पक्षी शामिल हैं. पशुपालन विभाग ने प्रोटोकॉल के अनुसार मुर्गीपालन पक्षियों में किसी भी मामले का पता लगाने के लिए निगरानी को और तेज करने के लिए अलर्ट जारी किया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पक्षियों की इस बीमारी की चपेट में अभी तक कोई इंसान नहीं आया है, लेकिन मंत्रालय इस पूरे मामले को गंभीरता से देख रहा है और निगरानी कर रहा है.
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