कोरोना वायरस की दूसरी लहर से कौन से राज्य कितने प्रभावित हैं इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि 13 राज्यों में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस पाए गए हैं, जबकि 50,000 से कम एक्टिव केस 17 राज्यों में हैं. वहीं 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस इन 13 राज्यों में पाए गए हैं- महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हरियाणा, मध्य प्रदेश और बिहार.
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि 30 अप्रैल 2021 को 19,45, 299 परीक्षण किए गए थे, ये दुनिया में अब तक सबसे ज्यादा माना गया है. साथ ही कहा कि 'राष्ट्रीय सकारात्मकता दर अभी की तुलना में लगभग 21 प्रतिशत है'. उन्होंने आगे बताया सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में रैपिड एंटीजन टेस्ट की अनुमति दी जानी चाहिए और इसे किसी मान्यता की जरूरत नहीं होनी चाहिए. डॉ. भार्गव ने कहा शहरों, कस्बों और गांवों में कई 24X7 बूथ स्थापित किए जाएंगे. साथ ही स्कूलों, कॉलेजों में भी बूथ लगाए जाएंगे.
रैपिड एंटीजन टेस्ट है जरूरी
डॉ.भार्गव ने बताया कि सार्वजनिक-निजी साझेदारी मॉडल को नवीन और सुविधाजनक परीक्षण केंद्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. वहीं रैपिड एंटीजन टेस्ट को संचालित किया जाना चाहिए. साथ ही सभी आरटी पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट के परिणाम आईसीएमआर पोर्टल पर अपलोड किए जाने चाहिए.
इन राज्यों में कम हो रहे एक्टिव केस
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, तेलंगाना, चंडीगढ़, लद्दाख, दमन और दीव, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हर दिन के एक्टिव केस में कमी देखी गई है. वहीं महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार विज्ञापन गुजरात में भी एक्टिव केस कम हो रहे हैं.
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