नई दिल्ली: स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव प्रीती सुदन ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है. पत्र लिखकर उन्हें उनके राज्यों में रेड जोन, ऑरेंज और ग्रीन जोन में आने वाले जिलों की जानकारी दी गई है. साथ ही साथ राज्य सरकारों से कहा गया है कि इन जोन की अद्यतन जानकारी केंद्र सरकार को उपलब्ध करवाएं.
पत्र के जरिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव ने स्पष्ट किया है कि रेड जोन की सूची लेकर कुछ राज्यों ने आपत्ति जताई है. लेकिन यह सूची मरीजों की तादाद और केसेस के आधार पर बदलती रहती है. राज्य अपने स्तर पर इस सूची में दिए गए रेड जोन को ऑरेंज या ग्रीन जोन में नहीं बदल सकते लेकिन वह पिछले 21 दिनों के दौरान किन जिलों में कोरोना के नए मरीज सामने आए हैं और किन जिलों में नहीं आए हैं ? इसकी अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराते रहें.
हालांकि स्पष्ट किया गया है कि राज्य चाहे तो वह अपने हिसाब से ग्रीन जोन को रेड जोन या ऑरेंज जोन में जरूरत के हिसाब से बदल सकते हैं लेकिन रेड जोन या ऑरेंज जोन को ग्रीन जोन में नहीं बदल सकते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि अगर किसी एक जिले में दो नगर निगम हैं और किसी एक कॉरपोरेशन में पिछले 21 दिनों के भीतर नए केस नहीं रिपोर्ट किए गए हैं तो भी इन दोनों को रेड और ऑरेंज जोन के आधार पर चिन्हित कर सकते हैं. ताकि दोनों इलाकों को अलग-अलग रखा जा सके और कोविड-19 से मुक्त रखने में मदद मिले.
स्वास्थ्य सचिव की तरफ से लिखी गई चिट्ठी में साफ किया गया है कि यह बहुत जरूरी है कि जिन इलाकों में कोरोना के मरीज पाए गए हैं ऐसे रेड और ऑरेंज जोन में संक्रमण की चेन को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं. मंत्रालय की तरफ से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं लॉकडाउन के दौरान संक्रमण को रोकने के लिए प्रोटोकॉल का पालन किया जाए.
1.कंटेनमेंट जोंस में एंट्री और एग्जिट प्वाइंट स्पष्ट निर्देशों मेडिकल इमरजेंसी और आवश्यक वस्तु के अलावा किसी को निकलने की इजाजत ना हो.
2. इलाके की पूरी आबादी की जांच हो.
3.जो भी व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान जा रहे हो उनका पूरा रिकॉर्ड रखा जाए.
4.मरीजों की पहचान के लिए डोर टू डोर सर्विलेंस विशेष टीमों की ओर से किया जाए.
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से लिखी गई चिट्ठी के मुताबिक 130 जिलों को रेड जोन में रखा गया है. 284 जिले ऑरेंज जोन में हैं. 319 जिले ग्रीन जोन में हैं.
अंडमान निकोबार में एक जिला रेड जोन में है.
आंध्र प्रदेश और बिहार के 5 जिले रेड जोन में हैं.
दिल्ली के 11 इलाके रेड जोन में हैं.
गुजरात के 9 जिले रेड जोन में हैं.
हरियाणा के 2 जिले रेड जोन में हैं.
जम्मू कश्मीर के 4 जिले रेड जोन में हैं.
मध्य प्रदेश के 9 जिले रेड जोन में हैं.
महाराष्ट्र के 14 जिले रेड जोन में हैं.
पंजाब के 3 जिले रेड जोन में हैं.
राजस्थान के 8 जिले रेड जोन में हैं.
तमिलनाडु के 12 जिले रेड जोन में हैं.
यूपी के 19 जिले रेड जोन में हैं.
कर्नाटक के 3 जिले रेड जोन में हैं.
केरल के 2 जिले रेड जोन में हैं.
ओडिशा के 3 जिले रेड जोन में हैं.
झारखंड, छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ का 1 एक जिला रेड जोन में है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के चिट्ठी के मुताबिक 130 जिले ऐसे हैं जो रेड जोन में आते हैं और जहां पर संक्रमित मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है इसलिए लोगों पर कड़ी निगरानी और सावधानी बरतने की जरुरत है.
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