कोरोना से बेहतर हो रहे हालात, एक्टिव केस में पीक के बाद 21 लाख की कमी; लेकिन सरकार ने इस बात को लेकर किया आगाह
लव अग्रवाल ने बताया कि कोराना के एक्टिव केस 10 मई को पिक पर था और उसके बाद से अब तक उसमें 21 लाख की कमी आई है. उन्होंने कहा कि देश के इस वक्त 377 जिले ऐसे हैं जहां पर 5 फीसदी से भी कम कोरोना के नए मामले आ रहे हैं.
कोरोना से देश में अब धीरे-धीरे हालात सुधरते हुए दिखाई दे रहे हैं. कोरोना संक्रमण के रोजाना नए केस की संख्या और एक्टिव मामलों में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि देश के ऐसे राज्य जहां पर औसत रूप से रोजाना 100 से अधिक नए मामले आ रहे थे वहां पर अब लगातार कमी आई है. हालांकि, 257 जिलों में अभी भी 100 से अधिक दैनिक मामले आ रहे हैं.
कोरोना के मामले में लगातार कमी
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 7 मई को कोरोना संक्रमण केस का पीक पर था और उससे अगर तुलना करें तो रोजाना के केस में 68 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है. उन्होंने बताया कि 66 फीसदी नए केस अब सिर्फ 5 राज्यों से आ रहे हैं जबकि बाकी के मामले 31 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं. उन्होंने कहा कि यह इस बात की ओर इशारा करता है कि हम स्थानीय स्तर पर वायरस को नियंत्रण करने में सफल रहे.
सरकार ने केस बढ़ने को लेकर किया आगाह
लव अग्रवाल ने बताया कि कोराना के एक्टिव केस 10 मई को पिक पर था और उसके बाद से अब तक उसमें 21 लाख की कमी आई है. उन्होंने कहा कि देश के इस वक्त 377 जिले ऐसे हैं जहां पर 5 फीसदी से भी कम कोरोना के नए मामले आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर कोविड-19 व्यवहार या वैक्सीन की रफ्तार धीमी पड़ती है तो केस दोबारा बढ़ सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे कहा कि करीब 60 फीसदी बुजुर्गों को कोविड-19 का पहली टीका लगाया जा चुका है. उन्होंने बताया कि 60 साल के करीब 43 फीसदी को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है जबकि 45 साल से ऊपर के करीब 37 फीसदी लोगों ने वैक्सीन की खुराक ली हैं.