नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि स्थिति हाल के दिनों में बद से बदतर हुई है, यह बड़ी चिंता का कारण है. मंत्रालय ने साथ ही कहा कि पंजाब कोरोना जांचने के लिए पर्याप्त टेस्ट नहीं कर रहा है.


स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ''पंजाब न तो पर्याप्त संख्या में जांच कर रहा है और न ही कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को तत्काल पृथक-वास (क्वॉरंटीन) में भेज रहा है.''


नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों (ख़ासकर जहां मामले बढ़ रहे हैं) से कहा गया है कि अपने यहां टेस्ट की संख्या बढ़ाएं. नीति आयोग सदस्य डॉ वी के पॉल ने कहा कि कोरोना संक्रमित के कॉन्टैक्ट की पहचान और उनका टेस्ट अगर ठीक से नहीं किया गया तो आगे हालात और ख़राब हो सकते हैं. अगर ये देश के हर राज्य से नहीं खत्म किया जाएगा तो ये फिर से वापस आएगा.


आज ही पंजाब सरकार ने कोरोना के कारण 31 मार्च तक लागू पाबंदियों को 10 अप्रैल तक बढ़ाया है. इस दौरान शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. इंडोर और आउटडोर लोगों के जमा होने पर 100 और 200 सीमित रहेगी. नाइट कर्फ़्यू 11 ज़िलों में जारी रहेगी.


बता दें कि पंजाब में सोमवार को कोरोना वायरस के 2914 नए मामले आए थे और 59 मरीजों की मौत हुई थी. राज्य में अब तक 2,34,602 लोग संक्रमित हुए हैं और 6749 लोगों की जान वायरस संक्रमण के कारण जा चुकी है.


देश में कुल मामले
आज देश में कोविड-19 के 56,211 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से 78.56 प्रतिशत छह राज्यों से हैं. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह करीब आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 1,20,95,855 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 1,62,114 मरीजों की मौत हुई है.


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