देश में बढ़े कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मरीज, अब तक इतना पहुंचा मरीजों का आंकड़ा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यूके में पाए गए नए कोरोना के स्ट्रेन के मामले देश में भी बढ़ रहे हैं. देश में अब तक कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 150 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर अभी थमा नहीं है. देश में लगातार कोरोना वायरस के नए मरीजों की पुष्टि हो रही है. वहीं अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मरीजों की संख्या भी देश में लगातार बढ़ रही है. देश में अब नए कोरोना स्ट्रेन के मरीजों की संख्या 150 हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यूके में पाए गए नए कोरोना के स्ट्रेन के मामले देश में भी बढ़ रहे हैं. देश में अब तक कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 150 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. बता दें कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सबसे पहले ब्रिटेन में मिला था. इसके बाद भारत समेत कई देशों में कोरोना का नया स्ट्रेन फैल गया. मंत्रालय ने पहले कहा था कि इन सभी संक्रमित व्यक्तियों को संबंधित राज्य सरकारों के जरिए निर्दिष्ट स्वास्थ्य केंद्रों में अलग-अलग कमरों में क्वारंटीन किया गया है.
इन संक्रमितों के नजदीकी संपर्क में आए व्यक्तियों को भी क्वारंटीन रखा गया है. साथ ही इन संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए उनके सह-यात्रियों, पारिवारिक सदस्यों और अन्य लोगों का पता लगाने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया गया है. मंत्रालय ने कहा कि अन्य नमूनों का जीनोम सिक्वेंसिंग का कार्य चल रहा है. स्थिति पर सावधानीपूर्वक निगरानी रखी जा रही है और राज्यों को निगरानी, जांच बढ़ाने और नमूनों को आईएनएसएसीओजी (इंडियन एसएआरएस-सीओवी-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम) प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए राज्यों को नियमित सलाह दी जा रही है. मंत्रालय ने कहा, 'ब्रिटेन में सामने आए कोविड-19 के नए प्रकार से संक्रमित व्यक्तियों की कुल संख्या भारत में बढ़कर 150 हो गई है.' ब्रिटेन में सामने आए कोविड-19 के नए प्रकार पहले ही कई देशों में सामने आ चुके हैं. इन देशों में डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर शामिल हैं. ज्यादा घातक हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि पिछले वर्ष के अंत में ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्वरूप के बारे में जो शुरुआती साक्ष्य मिले हैं, उनसे पता चला है कि वायरस का यह स्वरूप कहीं अधिक घातक हो सकता है. जॉनसन ने ‘न्यू ऐंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप’ के वैज्ञानिकों के जरिए उपलब्ध करवाए गए शुरुआती आंकड़ों के आधार पर यह कहा कि ऐसा लगता है कि वायरस का नया स्वरूप अधिक घातक है. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में लगाए जा रहे दो तरह के टीके वायरस के सभी स्वरूपों के लिहाज से प्रभावी हैं. वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के चलते मौत के आंकड़े में बढ़ोतरी हो सकती है. उन्होंने कहा, 'हमें जानकारी दी गई है कि ये नया स्ट्रेन तेजी से फैलने के अलावा मृत्यु दर बढ़ा सकता है.'यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन ओपन मार्केट में नहीं बिकेगी, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दी जानकारी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से मृत्यु दर में हो सकती है बढ़ोतरी, ब्रिटेन के पीएम बोरिस ने जताई आशंका