महाराष्ट्र में गणेश पूजा के बाद बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले, स्वास्थ्य अधिकारियों की चेतावनी
त्योहारों में भीड़ कोरोना को फैलाने का कारण बन सकती है. लोग कोविड के बुनियादी नियमों का उल्लंघन करने लगते हैं. अधिकारियों का कहना है कि त्योहार के बाद समान ट्रेंड महाराष्ट्र में देखा जा सकता है.
Ganeshotsav 2021: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गणेश पूजा के बाद कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है. उन्होंने केरल में ओणम पर्व के बाद मामलों की संख्या का हवाला देते हुए राज्य में 10 दिनों तक चलनेवाले गणेश पूजा समारोहों पर चेताया.
गणेश पूजा के बाद बढ़ सकते हैं कोरोना के मामले
राज्य के सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर परादीप आवटे ने कहा, "हम देख रहे हैं कि त्योहारों के बाद मामलों में बढोतरी होती है क्योंकि त्योहारों के दौरान भीड़ इकट्ठा होती है और नागरिक कोविड-19 का बुनियादी नियम जैसे मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना भूलने लगते हैं." उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सभी जिलों को सलाह जारी की है और पांच जिलों को सावधानी बरतने को कहा है. हमने उनसे टेस्टिंग की सुविधा के साथ-साथ मरीजों के आइसोलेशन और दवा शुरू करने को तेज करने की नसीहत दी है.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने ओणम पर्व का दिया हवाला
राज्य में टेस्ट पॉजिटिविटी की दर पिछले सात दिनों से 2.67 फीसद है, लेकिन अधिकारी आठ जिलों में ज्यादा टेस्ट पॉजिटिव दर के बारे में चिंतित हैं. डॉक्टर ईश्वर गिलाडा ने स्थिति को 'बहुत भ्रम पैदा करनेवाला' बताया. उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि कोरोना का वेरिएन्ट्स तबाही मचा रहा है और संख्या को नीचे नहीं लाने दे रहा. इतना ही नहीं बल्कि टीकाकरण अभियान भी निरंतर नहीं चल रहा है."
उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार गणेश उत्सव को अलग रूप से मनाने की बात कह रही है जबकि दूसरी तरफ हजारों बसों को कोंकण क्षेत्र में लोगों को ले जाने के लिए तैयार रखा है. ऐसी परिस्थिति में हम वायरस पर कैसे काबू पा सकते हैं? महाराष्ट्र में शनिवार को 9 फरवरी के बाद से कोविड-19 के सबसे कम मामले 3,075 दर्ज किए. मुंबई में 361 नए कोविड-19 मामलों का पता चला, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 16,015 हो गई. स्वास्थ्य विभाग के डेटा के मुताबिक, अब तक 6,494,254 लोग महाराष्ट्र में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.