Health Secretary letter to states: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा कि अस्पताल में दाखिल होने वालों की तादाद अचानक बढ़ सकती है, इसलिए राज्य सरकारें निगरानी रखें. केंद्र ने राज्यों को कहा कि दूसरी लहर में एक्टिव मामलों के 20-23 % मरीज़ों को अस्पताल में भर्ती की जरूरत पड़ी थी, उस तुलना में फिलहाल एक्टिव केस के 5-10% लोगों को ही है अस्पताल में भर्ती की जरूरत है. केंद्र के मुताबिक स्थिति कभी भी बदल सकती है तो तैयार रहने की जरूत है.


स्थिति को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है, आने वाले वक्त में स्थिति बदल सकती है. केंद्र ने राज्यों से कहा कि वो एक्टिव मामलों की कुल संख्या, अस्पताल में भर्ती मामलों की संख्या, होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर सपोर्ट के मामलों की स्थिति पर दैनिक निगरानी रखें.


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केंद्र ने राज्यों को कहा है कि वो ये सुनिश्चित करें कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए उचित पैसे लिए जाएं. ज्यादा चार्ज लेने की स्थिति में निगरानी और कार्रवाई शुरू का मैकेनिज्म तैयार करें. कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) में बिस्तरों को जहां कहीं जरूरी हो ऑक्सीजन डेडिकेटेड बेड्स में अपग्रेड करें.


केंद्र ने राज्यों से ये भी कहा है कि टेली परामर्श सेवाओं के प्रावधान के लिए रिटायर्ड चिकित्सा पेशेवरों या एमबीबीएस छात्रों की नियुक्ति करें. स्वास्थ्य मंत्रालय ने 8 जनवरी 2022 और 9 जनवरी, 2022 को सभी राज्यों को एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों, इंटर्न, सीनियर रेजिडेंट्स, जूनियर रेजिडेंट्स के साथ-साथ बीएससी नर्सिंग छात्रों  की सेवाओं का उपयोग करने के संबंध में दो अलग-अलग दिशा-निर्देश जारी किए हैं.


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