चार राज्यों में दर्ज हुई कोरोना से अधिक मृत्यु दर, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य के अधिकारियों से की बैठक
देश में कोरोना का कहर बरकार है. राज्यों की औसत से अधिक जिन चार राज्यों में मृत्यु दर ज्यादा है. उन राज्यों के जिले अधिकारियों से स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए बैठक की.
नई दिल्ली: वो जिले जहां राष्ट्रीय और राज्यों की औसत से अधिक कोरोना मृत्यु दर रिपोर्ट हो रहे हैं, वे चिंता का कारण हैं. यहीं वजह है कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राज्य और उन जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में कैसे इन जिलों में मृत्यु दर कम हो और क्या जरूरत है इस पर चर्चा हुई.
चार राज्य जहां मृत्यु दर सबसे अधिक है वो है, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना. इन चार राज्यों के 16 जिले कोरोना से मृत्यु दर ज्यादा है. ये जिले है:
1- गुजरात का अहमदाबाद और सूरत
2- कर्नाटक में बेलगावी, बेंगलुरु शहरी, कालाबुरागी और उडुपी-तमिलनाडु में चेन्नई, कांचीपुरम, रानीपेट, तेनी, तिरुवल्लुर, तिरुचिरापल्ली, तूतीकोरिन और विरुधनगर
3- तेलंगाना में हैदराबाद और मेडचल मालकजगिरी
इन जिलों में ना सिर्फ ज्यादा मृत्यु दर है बल्कि भारत के कुल एक्टिव केस में से 17% यहां से है. वहीं इन जगहों पर सबसे ज्यादा नए केस रिपोर्ट हो रहे है.
इन राज्यों के प्रिंसिपल सेक्रटरी स्वास्थ, एमडी नेशनल हैल्थ मिशन, जिले के कलेक्टर, मुनिसिपल कमिश्नर और चीफ मेडिकल ऑफिसर और सर्विलांस अधिकारियों के साथ ये बैठक हुई. जिलों को यह सुनिश्चित करने के लिए सलाह दी गई थी कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी परामर्श, दिशानिर्देश और क्लीनिकल ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल को अपनाया जाए और प्रभावी ढंग से कोविड-19 रोगियों और अन्य लोगों के बीच रोके जा सकने वाली मौतों को कम करने के लिए कार्यान्वित किया जाए.
विशेष रूप से रुग्णता, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे. वहीं इन राज्यों को सलाह दी गई वो टेस्टिंग फैसिलिटी, सर्विलांस, हॉस्पिटल में जरूरी सुविधा को भी बढ़ाए.