गुरुग्राम: कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक अदा की गई जुमे की नमाज़, दोनों पक्षों में बनी सहमति
पहले खुले मैदान में तकरीबन 100 जगहों पर नमाज़ होती थी और इसके अलावा 24 ऐसी जगह पर नमाज़ होती है जो मस्जिद मदरसा या खुद की ज़मीन है. विवाद इन्हीं 100 जगहों को लेकर था.
गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम में तमाम विवाद के बाद आज जुमे की नमाज़ शांतिपूर्वक अदा की गई. नमाज़ के दौरान प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के इंतेज़ाम किए थे. जुमे की नमाज़ को लेकर गुरुग्राम पिछले तीन हफ़्तों से विवादों में है. लेकिन अब ये विवाद थमता नज़र आ रहा है.
क्या था विवाद?
दरअसल 20 अप्रैल को वज़ीराबाद गांव के एक मैदान में जुमे की नमाज़ के दौरान कुछ हिन्दू संगठन के लोगों ने मुस्लिम लोगों को नमाज़ पढ़ने से रोक दिया था और वहां से भगा दिया था. इस घटना के बाद पूरे गुरुग्राम में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. लेकिन अब प्रशासन ने दोनों पक्षों को सामने बैठाकर सहमती बना ली. कुछ जगहों पर नमाज़ पढ़ने की दोनों पक्षों में सहमति बन गई है.
100 जगहों को लेकर था विवाद
ऐसा पहली बार हुआ है कि करीब 76 ड्यूटी मजिस्ट्रेट और 10 हज़ार से ज्यादा पुलिस के जवान लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए नमाज़ की जगहों पर तैनात किए गए हों. पहले खुले मैदान में तकरीबन 100 जगहों पर नमाज़ होती थी और इसके अलावा 24 ऐसी जगह पर नमाज़ होती है जो मस्जिद मदरसा या खुद की ज़मीन है. विवाद इन्हीं 100 जगहों को लेकर था. लेकिन समझौते के बाद 100 में से कुल 23 जगह पर नमाज़ पढ़ने की सहमति बनी है. हुड्डा ग्राउंड, देवीलाल पार्क, लेजर वैली जैसी जगहें प्रमुख है जहां नमाज़ हुई.
सहमति वाली जगहों पर नमाज़ से एतराज नहीं- हिन्दू संघर्ष समिति
हिन्दू संघर्ष समिति के सदस्य ऋतुराज ने बताया, ‘’विवाद वज़ीराबाद से शुरू हुआ था जिसके बाद हिन्दू संघर्ष समिति का गठन हुआ और ये पूरा आंदोलन चलाया गया. इस तरह से खुले में नमाज़ पढ़ने से रास्ता चलने वाले और नमाज़ियों दोनों को दिक्कत होती थी. जिन जगहों पर प्रशासन के साथ सहमति बनी है वहां वो नमाज़ पढ़े हमें कोई एतराज़ नहीं है.’’
ऋतुराज ने आगे बताया, ‘’हमें सिर्फ एक जगह सेक्टर पांच के हुड्डा ग्राउंड पर एतराज है, जिसके बारे में हम प्रशासन को भी बताएंगे. लेकिन फिलहाल कोई विरोध नहीं है. आज हम कही विरोध नहीं करेंगे. दोनों पक्षों के साथ प्रशासन की जो सहमति बनी है अगर उसका पालन पूरी तरह से किया जायेगा तो हम लोगों को कोई एतराज़ नहीं होगा.’’