Kolkata Rain: कोलकाता में भारी बारिश से सड़कें जलमग्न, ट्रेन-हवाई सेवा भी बाधित, जानें IMD का अलर्ट
पश्चिम बंगाल में कोलकाता सहित कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश की वजह से जन-जीवन काफी अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2-3 घंटे तक लगातार भारी बारिश होती रहेगी.
पश्चिम बंगाल में कोलकाता सहित कई जिलों में रविवार रात से लगातार भारी बारिश हो रही है. बारिश की वजह से ज्यादातर इलाके जलमग्न हो गए हैं. इससे जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है. ट्रेन की पटरी और हवाई अड्डे के रनवे पर भी जलभराव हो गया है. इस कारण ट्रेन सेवा और उड़ान सेवा भी प्रभावित हुई है. लगातार हो रही बारिश के कारण पूर्व मेदिनीपुर के घटाल सहित कई जिलो में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
कोलकाता और आस-पास के इलाकों में अगले 2 से 3 घंटे भारी बारिश
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में दो मौसमी चक्रवात की स्थिति बन रही है जिस वजह से पूर्वी मध्य और उत्तर पश्चिम भारत में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग, कोलकाता का ये भी कहना है कि अगले 2-3 घंटों तक कोलकाता और आसपास के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली और पूर्वी मेदिनीपुर में बारिश जारी रहने की संभावना है.
कोलकाता शहर में भारी वर्षा के कारण लेक गार्डन, क्षेत्र की सड़कों पर जलभराव हो गया है. तस्वीरों में देखा जा सकता है लगातार हो रही बारिश की वजह से क्या स्थिति हो गई है.
सोमवार सुबह 3 बजे तक 117.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई
वहीं अलीपुर स्थित मौसम विभाग के रीजनल मुख्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक सोमवार सुबह 3 बजे तक 117.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है जो बहुत ज्यादा है. अभी भी लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण कोलकाता के बड़ाबाजार, सेंट्रेल एवेन्यू, खिटिरपुर, कांकुडगाछी, फूल बागान, दमम आदि की सड़के पानी से लबालब नजर आ रही है. इस कारण ट्रैफिक व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई है.
भारी बारिश के चलते तापमान मे गिरावट दर्ज
भारी बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. सोमवार को राजधानी कोलकाता में न्यूनतम तापमान 25 डिग्र सेल्सियस है जो सामान्य से 1 डिग्री कम है. इसके साथ ही अधिकतम तापमान भी 31.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो सामान्य से 1 डिग्री कम है.
वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का पूर्वानुमान है कि सामान्य से अधिक वर्षा की गतिविधि उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत में, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक और पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में सामान्य से कम रहने की संभावना है. वहीं आईएमडी के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी तब होती है जब क्षेत्र में लगातार पांच दिनों तक बारिश की गतिविधि बंद हो जाती है.
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