कुदरत की मार: गुजरात और महाराष्ट्र में पानी में डूबे मंदिर, गीर सोमनाथ में 10 फीट पानी भरा
बारिश के कारण गुजरात के गीर सोमनाथ के मशहूर माधवराय मंदिर में 10 फीट तक पानी भर गया है. वहीं, महाराष्ट्र में भी बारिश ने मंदिर डुबो दिए हैं. कोल्हापुर में कृष्णा नदी के तट पर बने कई छोटे मंदिर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं.
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नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. गुजरात और महाराष्ट्र में कई मंदिर पानी में डूब गए हैं. मंदिरों में भक्त पानी में खड़े होकर पूजा कर रहे हैं. गुजरात के गीर सोमनाथ में माधव राय मंदिर में करीब 10 फीट पानी भर गया है. वहीं कोल्हापुरसे भी भगवान की प्रतिमा जलमग्न हो गई है.
पानी में पूरी तरह डूबा मंदिर का गर्भगृह
गुजरात के गीर सोमनाथ के मशहूर माधवराय मंदिर में 10 फीट तक पानी भर गया है. गीर सोमनाथ का मंदिर पांच हजार साल पुराना है. माना जाता है कि भगवान कृष्ण पांच हजार साल पहले यहां आए थे. बारिश के पानी में मंदिर का गर्भगृह पूरी तरह से डूब गया है.
इस मंदिर में आगे की तरफ तालाब है और बगल से सरस्वती नदी बहती है. मंदिर के गर्भगृह में भगवान कृष्ण की प्रतिमा है, लेकिन पिछले दो दिनों की बारिश और सरस्वती नदी में आई बाढ़ ने मंदिर को पूरा डुबो दिया है.
महाराष्ट्र में भी बारिश से डूबे कई मंदिर
गुजरात ही नहीं महाराष्ट्र में भी बारिश ने मंदिर डुबो दिए हैं. कोल्हापुर में कृष्णा नदी के तट पर बने कई छोटे मंदिर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. यहां का प्रसिद्ध नरसिंहबाड़ी मंदिर में भी कमर तक पानी में डूबा है.
बारिश और बाढ़ ने भले ही मंदिर को जलमग्न कर दिया हो लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था पर इस सैलाब का कोई असर नहीं पड़ा है. मंदिर में श्रद्धालु कमर तक पानी में पूजा करते दिखाई दिए. पुजारी भी कमर तक पानी में डूबकर पूजा करते दिखे.
86 फीसद तक भर चुका है राधानगरी डैम
बारिश की वजह से यहां का राधानगरी डैम 86 फीसद तक भर चुका है. इतना ही नहीं गगन बावडा-कले मार्ग भी ठप है. लगभग 100 गांवो का संपंर्क टूट चुका है. कोल्हापुर रत्नागिरि मार्ग और कोल्हापुर सांगली मार्ग पर पानी भरा है.
बारिश और बाढ़ भले ही भगवान को डुबो दे, लेकिन आस्था को कोई भी सैलाब हिला नहीं सकता. भक्तों की श्रद्धा और भक्ति की शक्ति ही है कि वो मंदिर डूबा होने पर भी भगवान की शरण में जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि कुदरत के इस कहर से निकालने वाला भी वही है जिसे पानी ने अभी डुबो रखा है.
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