नई दिल्ली: उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के और मजबूत होने और पूर्वी तट की ओर बढ़ने से ओडिशा से लेकर आंध्र प्रदेश के तट तक और कर्नाटक एवं तेलंगाना में रविवार और सोमवार को भारी बारिश होने की संभावना है. भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने यह चेतावनी दी है.


आईएमडी ने बताया कि इस इलाके में कम दबाव का क्षेत्र शनिवार सुबह बना और अगले 24 घंटे में इसके और मजबूत होने की संभावना है. बता दें कि कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात बनने का पहला चरण है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि प्रत्येक कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात में ही तब्दील हो.


हालांकि, सामान्यत: अक्टूबर के महीने में बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनते हैं और पूर्वी तट से टकराते हैं. कम दबाव वाले क्षेत्र के प्रभाव और चक्रवाती हवा की वजह से अधिकतर इलाकों और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के कुछ इलाकों में शुक्रवार और शनिवार को मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है.


समुद्र के भी अशांत रहने की उम्मीद


आईएमडी ने बताया कि शनिवार से ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, भीतरी कर्नाटक और मराठवाड़ा में बारिश शुरू हो जाएगी और रायलसीमा को छोड़ बाकी इलाकों में रविवार और सोमवार को बारिश तेज होगी. मौसम विभाग ने बताया कि समुद्र के भी अशांत रहने की उम्मीद है.


मछुआरों को अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह


इसके मद्देनजर आईएमडी ने मछुआरों को नौ और 10 अक्टूबर को अंडमान सागर और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी है. इसके साथ ही ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और तमिलनाडु के अपतटीय क्षेत्र में भी रविवार से सोमवार दोपहर तक मछुआरों को नहीं जाने का परामर्श दिया गया है. आईएमडी ने बयान में कहा, ‘‘बंगाल की खाड़ी में गए मछुआरों को भी तट पर लौटने की सलाह दी जाती है.’’


इस रूट पर 17 अक्टूबर से चलेगी तेजस एक्सप्रेस, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने की घोषणा