पटना: बिहार के आठ जिलों के बाढ़ से प्रभावित होने के साथ पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर स्थित गंडक नदी पर बने बैराज से मंगलवार को 4.36 क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण प्रदेश में बाढ़ की आशंका और गहरा गयी है. जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक वाल्मीकिनगर स्थित गंडक नदी पर बने बैराज से मंगलवार की सुबह दस बजे 436500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिसके कारण इसके जलग्रहण क्षेत्र में पड़ने वाले छह जिलों पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली व सारण जिले में बाढ़ की आशंका और गहरा गयी है.


उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेपाल और गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा के कारण इन छह जिलों में बाढ़ की आशंका को देखते हुये 20 जुलाई को आपदा प्रबंधन विभाग और सभी संबंधित जिलाधिकारियों को पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया था.


ये नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं


वर्तमान में सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और पूर्वी चम्पारण जिले के 38 प्रखंडों के 217 पंचायतों की 413952 आबादी बाढ से प्रभावित है जहां से निकाले गए 13585 लोग 5 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.


जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बागमती नदी सीतामढी और मुजफ्फरपुर में, बूढी गंडक समस्तीपुर में, कमला बलान मधुबनी में, लालबकिया पूर्वी चंपारण में, अधवारा सीतामढी में, खिरोई दरभंगा में और महानंदा पूर्णिया जिला में खतरे के निशान से उपर बह रही है.


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