Chennai Heavy Rainfall: चेन्नई में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है. कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया गया है जिसके चलते लोग अपना घर छोड़कर अन्य जगहों पर शरण लिए हुए हैं. जहां कुछ इलाकों में राहत और बचाव कार्य होता हुआ दिख रहा है वहीं कुछ इलाके ऐसे हैं कि लोग बिजली, पानी और राशन के लिए तरस रहे हैं. टीनगर का वेस्ट मम्बलम इलाका इस वक्त बदहाल है. लोग घरों का सामान खरीदने के लिए घुटने तक पानी में डूबकर लंबी दूरी तय करने के लिए मजबूर हैं. कई घरों पर ताले लगे हैं क्योंकि घर आधे से ज्यादा डूब चुके हैं.
शैक्षणिक संस्थानों में 2 दिन का अवकाश घोषित
चेन्नई इस वक्त भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रही है. अलग अलग इलाकों से डराने वाली तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. कई लोगों के घर पानी में डूबे हुए हैं. आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए शैक्षणिक संस्थानों में दो दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है. चेन्नई के कुछ इलाकों के लोगों की शिकायत है कि उन तक मदद नहीं पहुंचाई जा रही है.
कई अस्पतालों में पानी घुसा
चेन्नई समेत कई दूसरे इलाकों में स्थित अस्पतालों की हालत काफी खराब हो गई है. कई अस्पतालों में पानी भर गया है. केकेनगर के बड़े हॉस्पिटल्स से पानी बाहर निकालने का काम जोरो शोरों से चल रहा है तो वहीं जो छोटे हॉस्पिटल हैं वहां पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. केकेनगर में स्थित एक छोटे सरकारी अस्पताल या रिहैबिलिटेशन सेंटर की स्थिति ऐसी है कि अस्पताल में घुसने का रास्ता नदी बना हुआ है. मरीज इसी रास्ते से आने जाने के लिए मजबूर हैं. अस्पताल के कर्मचारी लोगों का हाथ पकड़कर उन्हें अस्पताल तक ला रहे हैं. अस्पताल के अंदर मरीजों को पहले तल पर शिफ्ट कर दिया गया है और पानी रोकने के लिए बालू भरे बोरे फौरी उपाय के तौर पर रख दिये गए हैं.
सीएम स्टालिन ने पीएम मोदी से की बात
2015 की बाढ़ के घाव हरे ना हों इसके लिए मुख्यमंत्री स्टालिन लगातार हालात पर नजर बनाये हुए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात करके उन्हें स्थिति से अवगत कराया. साथ ही साथ अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य मे तेजी लाने का आदेश भी दिया है.