जम्मू:  आतंक की गोलियों और अलगाववाद से गूंजने वाली वादियां अब भारी बर्फबारी और बारिश की दोहरी मार के भंवर में फंस गई हैं. दक्षिण और मध्य कश्मीर में बाढ़ घोषित कर दी गई है. कश्मीर में बाढ़ से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. मौजूदा स्थितियों ने कश्मीर में आयी 2014 की भयानक बाढ़ की यादें ताजा कर दी हैं.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के हालात पर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की है. प्रधानमंत्री ने इसकी जानकारी ट्विटर पर भी दी है. पीएम ने ट्विटर पर बताया है,  ''जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बारे में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की. हालात से निपटने में केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है.''


 


पुंछ में 17 लोगों को सेना ने बचाया


जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से यहां के कई इलाके प्रभावित हैं. खास तौर पर कलाई पुल और सुरनकोट इलाके में कई लोग फंस गए थे. लोगों को बचाने के लिए सेना की मदद ली गई. सेना ने हेलिकॉप्टर से बाढ़ में फंसे 17 लोगों की जान बचाई. सेना ने एयरफोर्स और स्थानीय प्रशासन की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.


कुलगाम में भी भारी बारिश, पांच लोग लापता


जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में भी भारी बारिश की वजह से यहां पर हाल बेहाल है. यहीं की कोकरनाग में बांग्री नदी में पानी के तेज बहाव में एक सूमो बह गयी. कार में मौजूद 11 लोगों में से छह को रेस्क्यू टीम ने जान को जोखिम में डालकर बचा लिया गया है, जबकि पांच लोग अभी तक लापता है.



जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सड़कें नदियों में बदल गई है. लगातार चार अप्रैल से हो रही बर्फबारी और बारिश ने कई इलाकों में पानी भर गया है. घाटी की खूबसूरती झेलम नदी भी खतरे के निशान से सौलह फीट उपर बह रही है.


पुलवामा में पुल टूटने से परेशानी


इतना ही नहीं पुलवामा में भी भारी बारिश की चपेट से पुल टूटने की कगार पर है. लोगों को एक-जगह से दूसरी जगह पर परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है.



सोपोर में चल रही है गलियों में नाव


जम्मू-कश्मीर के सोपोर में कई घर पानी में डूब गए हैं. लोग गलियों में आर्मी और पुलिस की मदद से नाव से एक जगह से दूसरी जगह जा पा रहे है. बर्फबारी और तेज बारिश का असर जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर भी पड़ा है. जवाहर टनल पर बर्फ की चादर दिखी तो खराब मौसम की वजह से हाइवे पर गाडियों की आवाजाही भी कम रही.


सेना और स्थानीय प्रशासन मदद में जुटा


जम्मू-कश्मीर में सेना एक बार फिर कमर कस ली है. श्रीनगर, पुंछ और सोपोर समेत कई जगह पर सेना के जवानों रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे दिखे. जम्मू-कश्मीर के दक्षिण और मध्य इलाकों में बाढ़ घोषित कर दी गयी है.