देश के पहाड़ों पर बर्फ की चादर बिछी, जम्मू कश्मीर में बर्फबारी का 32 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
जम्मू कश्मीर में बर्फबारी का 32 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया. साल के इस सीजन में अभी जितनी बर्फबारी हुई है उतनी बर्फबारी इससे पहले 1986 में हुई थी.
श्रीनगर: बदलते मौसम की वजह से जम्मू कश्मीर लेकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तक हर पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से ढंक गया. बर्फबारी से पहाड़ का मौसम तो सुहाना हो गया लेकिन वहां रहने वाले लोगों के लिए हालात मुश्किल हो गये. जम्मू कश्मीर में बर्फबारी का 32 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया. साल के इस सीजन में अभी जितनी बर्फबारी हुई है उतनी बर्फबारी इससे पहले 1986 में हुई थी. आपको बता दें की कश्मीर में इस साल 117 फीसदी ज्यादा बर्फ पड़ी है. जम्मू श्रीनगर हाइवे को छोड़कर कश्मीर की हर बड़ी सड़क बर्फबारी से बंद पड़ी हुई है.
हिमाचल प्रदेश के शिमला में नारकंडा की पहाड़ियां सफेद बर्फीली चादर में लिपटी नजर आई. बर्फबारी का मजा लेने पहुंचे सैलानी भी अपने रिजार्ट्स से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए और उन्होंने रिजार्ट्स के भीतर ही बैठकर ही इसका मजा लेना मुनासिब समझा. यहां तक की यहां के टूरिस्ट प्लेस पर दूर-दूर तक वीरानी छाई रही.
वहीं शिमला में खारापठार इलाके में भारी बर्फबारी ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी. इलाके में भारी बर्फबारी की वजह से रास्ते बंद हो गए जिसकी वजह से लोगों की गाड़ियां भी रास्ते में ही बंद हो गई. लाहौल स्पीति इलाका भी बर्फ की सफेद चादर से ढंक चुका है. लाहौल के कोकसर में बर्फबारी की वजह से ठंड इतनी बढ़ गई है कि इक्के दुक्के सैलानी ही नजर आए.
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में एक तरफ जहां सैलानियों के लिए बर्फबारी किसी तोहफे से कम नहीं है तो वहीं दूसरी और इससे स्थानीय लोगों की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं. रास्ते पर मलबा जमा हो जाने की वजह से लोग रास्ते में ही फंस गए. गुलमर्ग में बर्फबारी ने काफी ठंड बढ़ा दी है लेकिन इसके बावजूद सैलानी बर्फबारी का मजा लेते दिखाई दिए.
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