PM Modi Mother Heeraben: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन का आज देहांत हो गया. 100 साल की उम्र में आज उनका निधन हो गया. उनकी तबीयत बिगड़ने पर इसी हफ्ते उन्हें अहमदाबाद (Ahmedabad) के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुधवार को पीएम मोदी (Narendra Modi) उनसे मिलने भी गए थे.
हीराबेन मोदी वो भारतीय महिला थी, जो अपने बचपन से बुढ़ापे तक हमेशा काफी एक्टिव रहीं थी. आमजन की तरह ही लाइनों में लगीं, वोट डालने जातीं और अपना खाना भी बनातीं. उनका पूरा जीवन संघर्षमय रहा.
जब मां का जिक्र छिड़ने पर मोदी की आंखें हुईं नम
हीराबेन का जन्म 18 जून 1922 को गुजरात के मेहसाणा में हुआ था. उनका विवाह कम उम्र में हो गया था. पति दामोदरदास मूलचंद मोदी थे, जो वडनगर में एक चाय विक्रेता थे. उनके 5 बेटे और 1 बेटी हुई. उनकी संतानें हैं- अमृत मोदी, पंकज मोदी, नरेंद्र मोदी, प्रह्लाद मोदी, सोमा मोदी और बेटी वसंती बेन हंसमुखलाल मोदी.
इनमें नरेंद्र मोदी तीसरे नंबर पर हैं. साल 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने. साल 2015 में, जब नरेंद्र मोदी का फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के साथ एक चर्चित इंटरव्यू हुआ था, तो वह अपनी मां हीराबेन के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए थे. पीएम मोदी ने अपनी मां को "अपने जीवन का स्तंभ" बताया.
कई तस्वीरों ने खींचा दुनिया का ध्यान
मई 2016 में, पीएम मोदी ने राजधानी नई दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास पर मां हीराबेन मोदी से मुलाकात की. जहां कई दिन साथ रहे. उसके बाद नवंबर 2016 में, हीराबेन तब सुर्खियों में आईं, जब उन्होंने अपने बेटे के नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया. वह एटीएम की कतार में भी खड़ी नजर आईं. पिछले साल, वह फिर से सुर्खियों में आ गई जब उन्होंने कोविड-19 का टीका लगवाया. दुनिया के अन्य बुजुर्गों को टीका-विरोधी अफवाहों के बीच हीराबेन ने टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया.
इस साल 100वां जन्मदिन मनाया
हीराबेन मोदी इसी साल 100 साल की हो गईं थी, 18 जून 2022 को उनका 100वां जन्मदिन मनाया गया. तब मोदी ने अपनी मां के नाम एक ब्लॉग लिखा जिसमें उन्होंने अपनी मां के जन्म से लेकर अब तक के सारे बड़े वृतांत लिखे. मोदी ने लिखा था- "मैं अपनी खुशी, अपना सौभाग्य, आप सबसे साझा करना चाहता हूं. मेरी मां, हीराबा आज 18 जून को अपने 100वें साल में प्रवेश कर रही हैं. यानि उनका जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है. पिताजी आज होते, तो पिछले सप्ताह वो भी 100 वर्ष के हो गए होते. पिछले ही हफ्ते मेरे भतीजे ने गांधीनगर से मां के कुछ वीडियो भेजे हैं. पिताजी की तस्वीर कुर्सी पर रखी है, भजन कीर्तन चल रहा है और मां मगन होकर भजन गा रही हैं, मंजीरा बजा रही हैं. मां आज भी वैसी ही हैं. शरीर की ऊर्जा भले कम हो गई है, लेकिन मन की ऊर्जा यथावत है."
5 दिसंबर को ही गुजरात चुनाव में वोट डाला था
हीराबेन चुनावों में खुद वोट डालने भी जाती थीं. उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान भी मतदान किया था. इस साल गुजरात विधानसभा चुनाव-2022 के लिए मतदान के दूसरे चरण में गुजरात की राजधानी गांधीनगर के पास रायसन गांव में उन्होंने वोट डाला. वह पंकज मोदी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ व्हीलचेयर पर मतदान केंद्र पहुंचीं थीं. प्रधानमंत्री मोदी भी तब घर पर जाकर उनसे मिले और उनका आशीर्वाद लिया. उसके बाद आज 30 दिसंबर का दिन है, जब सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अपनी मां के निधन की खबर दुनिया को दी.
मां के निधन पर नरेंद्र मोदी ने लिखा- "शानदार शताब्दी का ईश्वर के चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है." उन्होंने कहा कि मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से." अब उनकी मां के प्रति दुनियाभर से शोक-संवेदनाएं जताई जा रही हैं.
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