CDS Bipin Rawat Death: तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (10 दिसंबर) को दिल्ली कैनटोनमेंट में किया जाएगा. जनरल रावत और उनकी पत्नी के शव आज शाम मिलिट्री के विमान से दिल्ली लाए जाएंगे.
शुक्रवार को जनरल रावत का शव उनके आवास पर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा. लोग सुबह 11 बजे से दोपहर के दो बजे तक उन्हें आखिरी सलामी दे सकेंगे. इसके बाद उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी. उनका आखिरी सफर कामराज मार्ग से शुरू होगा, जो कि दिल्ली कैनटोनमेंट के ब्रार स्क्वायर श्मशान घाट पर जाकर खत्म होगा.
दिल्ली से आज ही गए थे तमिलनाडु
एक स्पेशल एयरक्राफ्ट के ज़रिए बुधवार सुबह करीब 9 बजे जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत नौ लोग दिल्ली से रवाना हुए थे और करीब 11 बजकर 35 मिनट पर एयरफोर्स स्टेशन सुलूर पहुंचे थे. उसके बाद उन्होंने आगे के सफर के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया. करीब 11 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली से आए 9 लोग और पांच क्रू के सदस्य यानी कुल 14 लोग एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से वेलिंगटन आर्मी कैंप के लिए हेलिकॉप्टर में बैठकर रवाना हुए. लेकिन वेलिंगटन आर्मी कैंप से करीब 16 किलोमीटर पहले ही हादसा हो गया. इसमें 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई.
हेलिकॉप्टर में कौन-कौन सवार थे ?
हादसे के वक्त वायुसेना के एमआई-17वी-5 हेलिकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे. इनमें CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, एनके जितेंद्र कुमार, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, जेडब्ल्यूओ दास, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, एल/नायक विवेक कुमार, एल/नायक बी साई तेजा, ग्रुप कैप्टन वरुन सिंह और हवलदार सतपाल शामिल थे. हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुन सिंह ही जीवित बचे हैं. उनका इलाज किया जा रहा है.