श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र में एक बड़ा परिवर्तन आने वाला है. विभिन्न पर्यटक स्थलों के लिए बहुत जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू हो जाएंगीं.  जम्मू और कश्मीर-  दोनों क्षेत्रों के पर्यटन स्थालों के लिए ये हेलीकॉप्टर सेवाएं टूरिस्टों को यात्रा का एक दिलचस्प अनुभव कराने के इरादे से शुरू करने का फैसला लिया है. 


दोनों प्रांतों- जम्मू और कश्मीर के बीच पायलट आधार पर हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू किए जाने पर विचार किया जा रहा है.  पूरी कवायद यात्रा और पर्यटन के स्वरूप को बदलने के लिए है.


एयर सफारी और एयर राइड भी होगी शुरू 
पहले चरण में केंद्र शासित प्रदेश में "हाई एंड टूरिज्म" को बढावा देने के लिए सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि डल झील की सवारी सहित कुछ अन्य पर्यटन स्थलों पर एयर सफारी और एयर राइड शुरू की जाए. निकट भविष्य में आसपास के क्षेत्र में घूमने के लिए ये सेवाएं उपलब्ध हो जाएंगीं. 


लेफ्टिनेंट गवर्नर के सलाहकार बसीर अहमद खान की अध्यक्षता में सचिवालय में एक बैठक के दौरान यह खुलासा हुआ. बैठक में आयुक्त नागरिक उड्डयन, सचिव पर्यटन, प्रबंध निदेशक जेकेटीडीसी, निदेशक पर्यटन कश्मीर और निदेशक वित्त एवं नागरिक उड्डयन भी शामिल हुए. 


पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
इस कदम से जम्मू और कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और महत्वपूर्ण गंतव्यों के बीच संपर्क बनाने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर सेवाओं से आने वाले पर्यटकों को भी बिल्कुल विदेश जैसा अनुभव मिलेगा. इसलिए प्रशासन ने विभाग को  कुछ पर्यटन स्थलों की पहचान करने का निर्देश दिया है. 


जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने हेलीकॉप्टर सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचे के संबंध में उचित जमीनी कार्य करने का निर्देश भी दिया है ताकि जल्द से जल्द इस सपने को हकीकत बनाया जा सके. 


अभी फिलहाल जम्मू-कश्मीर के दूरदराज के स्थानों- जैसे गुरेज़, तंगधार, मछिल के लिए पैसेंजर हेलीकॉप्टर सेवाएं चलाई जा रही हैं लेकिन एयर सफारी और हेलिसेवा से नए पर्यटन स्थल खोलेने के सपने को भी साकार किया जा सकता है जो अभी पर्यटन स्थलों का मानचित्र से गायब हैं.


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