(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hemant Soren Plays Mandar: झारखंड के करम पर्व पर सीएम हेमंत सोरेन ने ढोल पर यूं आजमाए हाथ, वीडियो आया सामने
Jharkhand News: झारखंड के रांची में करम पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी महोत्सव में हिस्सा लिया और ढोल नुमा मंदार पर हाथ आजमाए. सीएम सोरेन का वीडियो सामने आया है.
Jharkhand Karam Puja: झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने राजधानी रांची (Ranchi) में करम पर्व (Karam Harvest festival) के अवसर पर ढोल नुमा पारंपरिक संगीत वाद्य यंत्र मंदार (Mandar) बजाया. इस दौरान मौके पर मौजूद लोग मंदार की थाप पर झूमते दिखे. हेमंत सोरेन द्वारा मंदार बजाए जाने का वीडियो सामने आया है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी कि झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन और समस्त पुलिस परिवार द्वारा करम पूजा महोत्सव मनाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए.
इससे पहले सीएम सोरेन ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर लोगों को करम पर्व की बधाई दी. सीएम सोरेन ने ट्वीट में लिखा, ''प्रकृति महा पर्व करम परब की सभी को अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार. भाई-बहन के अटूट प्रेम का यह पर्व, आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए, यही कामना करता हूं.'' करम पर्व महोत्सव के दौरान आदिवासी छात्रावास में सीएम हेमंत सोरेन ने करम वृक्ष की डाल भी रोपी.
#WATCH | Jharkhand CM Hemant Soren tries his hands on Mandar, a traditional folk musical instrument on the occasion of Karam Puja in Ranchi. (06.09) pic.twitter.com/AtvJYIINkv
— ANI (@ANI) September 7, 2022
क्या है करम पर्व और कैसे मनाया जाता है?
बता दें कि करम पर्व को करम परब और कर्मा परब भी कहते हैं. यह फसल और प्रकृति को समर्पित पर्व है जिस पर शक्ति और यौवन के देवता करम की पूजा की जाती है. यह भारत में झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम का प्रमुख त्योहार है. यह त्योहार हिंदू महीने भादो की पूर्णिमा के 11वें दिन यानी एकादशी को मनाया जाता है. इस दौरान युवा जंगल से लकड़ी, फल और फूल आदि इकट्ठा करते हैं क्योंकि करम भगवान की पूजा के लिए इनकी जरूरत पड़ती है.
लोग करम वृक्ष की डाल को घर के आंगन में रोपकर रातभर पारंपरिक गायन और नृत्य करते हुए यह त्योहार उल्लास से मनाते हैं. पर्व से कुछ दिन पहले लोग जवारे भी बोते हैं. इस दौरान बहनें अपने भाइयों की रक्षा के किए व्रत रखती हैं. करम वृक्ष की डाल को देवता मानकर नया अन्न अर्पित किया जाता है. इस दौरान अगले दिन करम वृक्ष की डाल को नदी या तालाब में विसर्जित कर दिया जाता है और फिर लोग नया अन्न ग्रहण करते हैं.
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