Delhi-NCR Pollution: आबोहवा की सेहत पर ड्रॉइंगरूम से लेकर कोर्टरूम तक छिड़ी बहस के बीच समाधान के मुद्दों पर एबीपी न्यूज़ ने हीरो इलेक्ट्रिक के एमडी नवीन मुंजाल से बात की. उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में हवा का गिरता स्तर कोविड-19 के दौर में हालात को और भी कठिन बना रहा है. ऐसे में जरुरत है कि हम मौसमी नहीं, बल्कि ठोस प्रयास करें.
उन्होंने कहा, "2070 तक भारत को नेट-जीरो बनाने का लक्ष्य एक बड़ी घोषणा है. जिसने डेडलाइन तय कर दी है. इसके अनुरूप अब नीतियों को बनाया जाना है, ताकि इस लक्ष्य को हम हासिल कर सकें. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार बहुत तेजी से बढ़ा है. कई राज्य सरकारों ने रियायतों का एलान कर ग्राहक की सहूलियत बढ़ाई है. अब जरुरत है कि तेजी से इसका विस्तार किया जाए."
उन्होंने कहा, "भारत दुनिया का 5वां सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है, जिसमें आधे से ज्यादा हिस्सेदारी दो पहिया वाहनों की है. वहीं, दो पहिया वाहन 35 प्रतिशत से अधिक प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है. लिहाजा काफी काम करने की जरुरत है. बाजार में सही दाम, उचित फाइनेंस, सर्विसिंग सुविधाओं के साथ इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध होते हैं, तो लोग उन्हें जरूर लेंगे."
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चली. राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार होने के बाद दिल्ली सरकार की ओर से पाबंदियां हटाए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त की. वहीं, शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए दिल्ली सरकार को राजधानी में अगले दो दिनों तक पाबंदी जारी रखने का आदेश दिया.
Sputnik Light Vaccine: अगले महीने भारत में लॉन्च होगी सिंगल डोज वाली स्पूतनिक लाइट वैक्सीन