नई दिल्लीः बाघों की संख्या को लेकर राज्यवार आंकड़े आ चुके हैं. कई प्रदेशों में यह संख्या बढ़ी है तो एक दो राज्यों में यह स्थिर है. मौजूदा समय में देश में बाघों की कुल संख्या बढ़कर 2,967 हो गई है. सरकार की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश को 'बाघ प्रदेश' का दर्जा मिला है. इस समय यहां सबसे अधिक बाघ है. मध्य प्रदेश में कुल 526 बाघ देखे गए हैं. बाघों की संख्या के मामले में दूसरे नंबर पर कर्नाटक है. सूबे में 524 बाघ गिने गए. वहीं, तीसरे नंबर पर उत्तराखंड है जहां कुल 442 बाघ देखे गए हैं.


सरकार की ओर से जारी डाटा के मुताबिक महाराष्ट्र में 312 तमिलनाडु में 264 उत्तर प्रदेश में 173 बाघ है. राजस्थान में जहां 69 बाघ देखे गए तो वहीं आंध्र प्रदेश में इसकी संख्या 48 है. बिहार की बात करें तो यहां बाघों की संख्या बढ़कर 31 पहुंच गई है.


सरकार ने बाघों के संरक्षण और उनकी संख्या को 2 गुणा करने के लिए साल 2022 तक का लक्ष्य रखा था. सरकार ने इस लक्ष्य को 4 साल पहले हासिल कर लिया. भारत में 2014 में जहां बाघों की संख्या 2,226 थी, वहीं अब 2018 में यह आंकड़ा 2,967 पहुंच गया.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "नौ साल पहले, सेंट पीटर्सबर्ग में निर्णय लेकर साल 2022 तक बाघों की आबादी दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया था. भारत में हमने यह लक्ष्य चार साल पहले पूरा कर लिया."


इंडिया टाइगर एस्टिमेट 2010 के अनुसार, 2010 में बाघों की आबादी अनुमानित रूप से 1,706 थी, जबकि 2006 में यह 1,411 रही थी. संरक्षण के प्रयासों के बाद बाघों की आबादी 2014 में बढ़कर 2,226 हुई और 2018 में 2,967 पहुंच गई.


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