नई दिल्लीः डेरा सच्चा सौदा के बाबा गुरमीत राम रहीम पर लगे रेप के आरोप पर आज फैसला आएगा. इसे लेकर हरियाणा और पंजाब में तनाव है. अगले 72 घंटे तक सभी ट्रेन-बस सेवा और मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. दोनों राज्यों में हाई-अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस बिगड़े हालात में खुद गुरमीत राम रहीम ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और अपने घर वापस लौटने की अपील की है.


फेसबुक पोस्ट के जरिए डेरा प्रमुख ने ये अपील की है. राम रहीम नें लिखा कि ‘’हमने सदा कानून का सम्मान किया है. हालांकि हमारी पीठ में दर्द है. लेकिन फिर भी क़ानून का पालन करते हुए हम कोर्ट जरूर जाएंगे. हमें भगवान पर दृढ़ यक़ीन है. सभी शान्ति बनाए रखें.’’


फैसले से पहले सुरक्षा व्यवस्था पर सुनवाई
आज दोपहर 2.30 बजे राम रहीम पर लगे रेप आरोप पर पंचकूला सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाएगी. इससे पहले पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुबह 11.30 बजे सुनवाई होगी. इलाके में धारा 144 के बावजूद यहां डेरा समर्थक हजारों की तादाद में इकट्ठा हो गए हैं जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई है.


सुनवाई में पहुंचेंगे राम रहीम


आज दोपहर 2.30 बजे सीबीआई की स्पेशल कोर्ट गुरमीत राम रहीम पर फैसला सुनाएगी. इस दौरान वह कोर्ट में मौजूद होंगे. राम रहीम ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस बात की पुष्टि की है. खबर है कि वो सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय से पंचकूला सड़क मार्ग से जाएंगे और उनके साथ 800 गाड़ियों का काफिला चलेगा. गुरमीत राम रहीम ने अपने समर्थकों से भी अपील की है कि वह शांति बनाए रखें. बाबा राम रहीम ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है, ‘’हमने सदा कानून का सम्मान किया है. हालांकि हमारी पीठ में दर्द है. लेकिन फिर भी क़ानून का पालन करते हुए हम कोर्ट जरूर जाएंगे. हमें भगवान पर दृढ़ यक़ीन है. सभी शान्ति बनाए रखें.’’


हाईकोर्ट ने लगाई प्रशासन को फटकार


पंचकूला में डेरा समर्थकों का भारी हुजूम इकट्ठा होने पर कल पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार और पुलिस को कड़ी फटकार लगाई. कोर्ट ने प्रशासन को धारा 144 को कड़ाई से लागू करके पंचकूला को डेरा समर्थकों से खाली कराने को कहा. हरियाणा पुलिस ने बीती रात डेरा समर्थकों को हटाने की कोशिश की लेकिन डेरा समर्थक हटने को तैयार नहीं हुए. हरियाणा पुलिस बीती रात कुछ हरकत में आई और लाउडस्पीकर लेकर डेरा समर्थकों से वापस जाने की अपील करती रही लेकिन डेरा समर्थक पुलिस का अनुरोध मानने को तैयार नहीं हुए.


क्या है पूरा मामला ?


साल 2002 में बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे. इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी थी. एक साध्वी ने राम रहीम पर यौन शौषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था. इसके बाद हाई कोर्ट ने 24 सितंबर 2002 को सीबीआई को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था.