महंगे पेट्रोल-डीजल का असर: देश में प्याज-मटर समेत कई सब्जियों के दाम 15-20 रुपए किलो तक बढ़े
महंगाई ने जनता की जेब पर ऐसा डाका डाला है कि मंडियों में 25 रुपए में बिकने वाला प्याज अब 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. यही हाल मटर और टमाटर का भी है.दिल्ली की आजादपुर मंडियों के कारोबारियों का कहना है कि पिछले दिनों डीजल के दाम बढ़ने से माल बाढा बढ़ गया है, जिसकी वजह से अन्य राज्यों से आने वाली सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं.
नई दिल्ली: देश में एक तरफ कोरोना वायरस तो दूसरी तरफ बढ़ती महंगाई ने जनता की जीना मुहाल कर दिया है. लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों का असर अब रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजों पर पड़ने लगा है. देश में कई जगह प्याज, मटर और खीरा जैसी सब्जियों के दाम में 15 से 20 रुपए प्रति किलो की बढोतरी दर्ज की गई है. मंडी के कारोबारियों को कहना है कि आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम और बढ़ेंगे.
आलू की कीमतों में इजाफा नहीं
महंगाई ने जनता की जेब पर ऐसा डाका डाला है कि मंडियों में 25 रुपए में बिकने वाला प्याज अब 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. यही हाल मटर और टमाटर का भी है. मटर की कीमत पहले 60 से 70 रुपए प्रति किलो थी, लेकिन अब 80 रुपए से 90 रुपए प्रति किलो हो गई है. हालांकि आलू अभी भी 20 रुपए किलो के हिसाब से बिक रहा है.
कई राज्यों में बारिश से खराब हुई फसल
दिल्ली की आजादपुर मंडियों के कारोबारियों का कहना है कि पिछले दिनों डीजल के दाम बढ़ने से माल बाढा बढ़ गया है, जिसकी वजह से अन्य राज्यों से आने वाली सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं. सब्जियों के महंगा होने के पीछे एक कारण मानसून भी है. पिछले दिनों महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बारिश होने की वजह से कई सब्जियों की फसल खराब हुई है.
मंडियों में सब्जियों के दाम क्या हैं?
- आलू- 20 रुपए किलो
- प्याज- 40 रुपए किलो
- मटर- 90 से 110 रुपए किलो
- बीन्स- 90 से 110 रुपए किलो
- टमाटर- 20 रुपए किलो
- खीरा- 35 से 40 रुपए किलो
- भिंडी- 35 से 40 रुपए किलो
- तोरी- 40 से 45 रुपए किलो
- बैगन- 40 से 50 रुपए किलो
- फूलगोभी- 80 से 95 रुपए किलो
- लौकी- 35 से 40 रुपए किलो
अप्रैल-मई 2021 के बीच किन चीजों के दाम बढ़े?
- ईंधन तेल की कीमतों में 38 फीसदी का इजाफा.
- दाल की कीमतों में दस फीसदी की बढ़ोतरी.
- खाघ तेल की कीमत 30 फीसदी बढ़ी.
- फल की कीमतों में 12 फीसदी का इजाफा.
- अंडा और सॉफ्ट ड्रिंक 15 फीसदी महंगे हुए.
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