Hijab Ban Controversy: भारतवंशी ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनते ही भारत में इस पर राजनीति तेज हो गई है. एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां अल्पसंख्यक कार्ड का इस्तेमाल करके सियासी हमले कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ सत्ताधारी दल की तरफ से पलटवार कर घेरने की कोशिश की जा रही है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लममीन यानी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर हिजाब वाली महिला के पीएम बनने का राग छेड़ा है. उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की देश की प्रधानमंत्री बने.
दरअसल वो विजयपुरा में संवाददाताओं से बात कर रहे थे. ऐसे में जब उनसे ब्रिटेन में ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इंशाअलल्लाह एक हिजाब पहनने वाली लड़की मेरे जीवित रहते या मेरे जीवन के बाद भारत की प्रधानमंत्री बनेगी. यही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया और कहा कि दिल्ली में प्रधानमंत्री कहते हैं सबका साथ, सबका विकास लेकिन ये जुबानी बातें हैं. जमीन पर कुछ और ही हो रहा है. आइए सुनते हैं उनका बयान-
‘हिजाब से हलाल और हमारी दाढ़ी तक... बीजेपी के लिए खतरा’
वो यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि हिजाब से हलाल और हमारी दाढ़ी तक...ये सारी चीजें बीजेपी के लिए खतरा हैं. मंगलवार, 25 अक्टूबर 2022 को पत्रकारों से बातचीत के दौरान वह आरोप लगाते हुए बोले, ‘हमारा हिजाब खतरा है. हलाल गोश्त खतरा है. मुसलमान की दाढ़ी खतरा है. मुसलमान की टोपी खतरा है. मुस्लिमों का खाना-पीना, ओढ़ना-बिछाना उनके लिए खतरा है.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी तो मुस्लिम आइडेंटिटी (पहचान) के खिलाफ है. वे हर चीज के खिलाफ हैं.
शशि थरूर के ट्वीट पर दिया जवाब
दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी से शशि थरूर के ट्वीट पर सवाल किया गया था. जिसमें थरूर ने कहा था कि मुझे लगता है कि हम सभी को यह स्वीकार करना होगा कि ब्रितानियों ने दुनिया में कुछ बहुत ही दुर्लभ काम किया है, अपने सबसे शक्तिशाली कार्यालय में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य को मौका दिया. हम भारत के लोग ऋषि सुनक के लिए जश्न मना रहे हैं. इसी मामले को लेकर ओवैसी से सवाल किया गया कि क्या भारत में भी ऐसा हो पाएगा.
बीजेपी का ओवैसी से सवाल
ओवैसी के हिजाब वाली महिला के पीएम बनने वाले बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए सवाल किया है. बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा- “ओवैसी जी उम्मीद करते है कि हिजाब वाली महिला देश की पीएम बन जाए! संविधान किसी को नहीं रोकता है लेकिन हमें ये बताएं कि हिजाब वाली लड़की कब एआईएमआईएम की अध्यक्ष बनेगी. आइये इसी से शुरू करते हैं?”