Hijab विवाद पर केरल के गवर्नर Arif Mohammad Khan बोले- ये मुस्लिम लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकने की साजिश
Hijab Controversy: आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, इस्लाम में हिजाब उस तरह जरूरी नहीं है जैसे सिख धर्म में पगड़ी. उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकने की एक साजिश है.
![Hijab विवाद पर केरल के गवर्नर Arif Mohammad Khan बोले- ये मुस्लिम लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकने की साजिश Hijab not essential to Islam like turbans for Sikhs, says Kerala Governor arif mohammad khan, urges Muslim students to return to classrooms Hijab विवाद पर केरल के गवर्नर Arif Mohammad Khan बोले- ये मुस्लिम लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकने की साजिश](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/02/12/f4b26406a979b4ea4a9e62cf0c2a41b5_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Hijab Row: केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को कहा कि हिजाब इस्लाम का अहम हिस्सा नहीं है. देश के कई हिस्सो में इस वक्त हिजाब को लेकर महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं. आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, इस्लाम में हिजाब उस तरह जरूरी नहीं है जैसे सिख धर्म में पगड़ी. उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकने की एक साजिश है.
राज्यपाल ने छात्रों से वापस क्लासरूम में लौटकर पढ़ाई करने को कहा है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में केरल के गवर्नर ने कहा, 'हिजाब इस्लाम का हिस्सा नहीं है. हिजाब का कुरान में 7 जगह जिक्र है. लेकिन इसका महिलाओं के ड्रेस कोड से कोई लेना-देना नहीं है. यह मुस्लिम लड़कियों को प्रगति करने से रोकने की साजिश है. हिजाब विवाद एक साजिश है ताकि मुस्लिम लड़कियों की पढ़ाई रोकी जा सके. मुस्लिम लड़कियां अब पढ़ाई कर रही हैं और जो चाहे हासिल कर रही हैं. मैं स्टूडेंट्स से कहूंगा कि वे क्लासरूम में लौटें और पढ़ाई करें.'
सिखों को पगड़ी के साथ स्कूल में एंट्री और लड़कियों को हिजाब न पहनने के तर्क को उन्होंने बेतुका बताते हुए कहा कि पगड़ी सिख धर्म का जरूरी हिस्सा है लेकिन इस्लाम में हिजाब के लिए ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा, 'यह तर्क कि सिखों को पगड़ी के साथ स्कूल में एंट्री है लेकिन मुस्लिम लड़कियों को हिजाब के साथ नहीं बिल्कुल बेतुका है. पगड़ी सिख धर्म में बेहद अहम है लेकिन कुरान में हिजाब को इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं बताया गया है.'
उन्होंने कहा, 'हिजाब का इस्लाम से कोई कनेक्शन नहीं है. कुरान में हिजाब का 7 बार जिक्र होता है लेकिन उसका महिलाओं के ड्रेस कोड से कोई ताल्लुक नहीं है. यह परदा से कनेक्शन है यानी जो आप बोलते हैं, उसके बीच परदा होना चाहिए.' खान ने कहा कि महिलाएं कुछ भी पहनने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्हें उस संस्थान के नियम व कानून मानने होंगे, जिनमें वह पढ़ाई कर रहे हैं या फिर काम कर रहे हैं.
केरल के राज्यपाल ने एक दिन पहले कहा था कि अगर इस्लाम के इतिहास पर गौर किया जाए तो महिलाओं के पर्दा करने से इनकार करने के उदाहरण रहे हैं. हालांकि, उन्होंने खुलकर अपनी राय जाहिर नहीं की लेकिन अपनी बात रखने के लिए एक युवा महिला की कहानी सुनाई, जो पैंगबर की रिश्तेदार बताई जाती है.
खान ने कहा, 'मैं आपको एक बात बताऊंगा...एक युवा लड़की, जो पैगंबर के घर में पली-बढ़ी थी... वह पैगंबर की पत्नी की रिश्तेदार थीं. वह काफी सुंदर थी...इतिहास यही कहता है...इसे पढ़िए.'
कहानी के हवाले से उन्होंने कहा कि मध्यकाल में जब उस महिला का पति कूफा का गवर्नर था तो उसे हिजाब न पहनने के लिए फटकार लगायी गयी थी. उसने तब कहा था कि अल्लाह ने उसे खूबसूरत बनाया और अल्लाह ने उस पर खूबसूरती की मुहर लगा दी थी.
खान ने कहा, 'उसने कहा कि मैं चाहती हूं कि लोग मेरी सुंदरता देखे और मेरी सुंदरता में अल्लाह का रहम देखे...और अल्लाह का शुक्रगुजार रहे...इस्लाम की पहली पीढ़ी की महिलाओं की यह सोच थी. मैं यही कहना चाहता हूं.'
पिछले दिनों कर्नाटक के उडुपी में सरकारी महाविद्यालय में हिजाब पहनकर आई छात्रों को कक्षाओं में प्रवेश नहीं देने से विवाद शुरू हुआ था. बाद में यह विवाद और गंभीर हो गया और कुछ हिंदू छात्र भगवा गमछा लेकर आने लगे.
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