हिजाब मुद्दे पर अलकायदा सरगना ने दी प्रतिक्रिया, मुस्कान के पिता बोले- मैं उसे जानता भी नहीं
हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी स्थित सरकारी पी यू कॉलेज में जनवरी में शुरू हुआ था, जहां निर्धारित ‘ड्रेस कोड’ का उल्लंघन करते हुए कक्षा में हिजाब पहन कर गईं छह छात्राओं को बाहर निकाल दिया गया था.
अलकायदा (AL Qaeda ) सरगना अयमान अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahir) ने भारत में लोकतंत्र को निशाना बनाने के लिए कर्नाटक के हालिया हिजाब विवाद (Hijab) का इस्तेमाल करते हुए कहा है कि हमें मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र की मृगतृष्णा से छले जाने को रोकना होगा. आतंकी संगठन ने 8.43 मिनट की एक वीडियो क्लिप जारी की है और इसे अमेरिकी एसआईटीई इंटेलीजेंस ग्रुप ने सत्यापित किया है.
वीडियो क्लिप में जवाहिरी ने फरवरी की शुरूआत में, अपने कॉलेज में हिजाब का विरोध कर रहे छात्रों के एक समूह का मुकाबला करने के लिए कर्नाटक की छात्रा मुस्कान खान की तारीफ भी की है. जवाहिरी के बयान से दूरी बनाते हुए मुस्कान के पिता ने आतंकी संगठन सरगना के बयान को गलत करार दिया और कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य भारत में शांतिपूर्वक रह रहे हैं.
इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने कहा कि (अलकायदा सरगना का) वीडियो बयान इस विवाद में अज्ञात तत्वों की संलिप्तता को साबित करता है. अरबी भाषा में जारी हुई इस वीडियो क्लिप में, एसआईटीई इंटेलीजेंस ग्रुप ने अंग्रेजी ‘सबटाइटल’ (अनुवाद) उपलब्ध कराया है. यह ग्रुप श्वेत लोगों की सर्वोच्चता का दावा करने वालों और जिहादी संगठनों की गतिविधियों की ऑनलाइन निगरानी करता है.
वीडियो में जवाहिरी को एक गजल सुनाते भी देखा जा सकता है, जिसमें अलकायदा सरगना ने कहा है कि उसने इसे ‘‘हमारी मुजाहिद बहनों’’ और उनकी ‘‘दिलेरी’’ के लिए लिखा है.
अलकायदा सरगना ने वीडियो में कहा है, ‘‘हिंदू भारत की सच्चाई सामने लाने और इसके मूर्तिपूजक लोकतंत्र के ढकोसले को बेनकाब करने के लिए अल्लाह उन्हें ईनाम बख्शें.’’ इस वीडियो ने जवाहिरी की प्राकृतिक कारणों से मौत हो जाने के बारे में अफवाहों पर भी विराम लगा दिया है.
पिछले छह महीने में अलकायदा प्रमुख का यह दूसरा वीडियो है, जिसमें मुख्य रूप से हिजाब विवाद का जिक्र किया गया है. विश्व के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल जवाहिरी ने कहा, ‘‘...हमें खुद को घेरे रखने वाले भ्रम को दूर करना होगा...हमें भारत के मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र के ढकोसले से छले जाने को अवश्य रोकना होगा, जो कुछ शुरू हुआ है वह मुस्लिमों के दमन का तरीका ही है.’’
भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों को संबोधित करते हुए जवाहिरी ने कहा कि उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि वास्तविक दुनिया में मानवाधिकार या संविधान का सम्मान या कानून नाम की कोई चीज नहीं है.
अलकायदा सरगना ने कहा, ‘‘...यह छल करने की वही साजिश है, जिसका पश्चिमी देशों ने हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया है, जिसकी सही प्रकृति फ्रांस, हॉलैंड और स्विट्जरलैंड ने उस वक्त सामने ला दी, जब उन्होंने हिजाब को प्रतिबंधित कर दिया, जबकि सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र होने की इजाजत दे दी.’’
जवाहिरी ने कहा, ‘‘इस्लाम का दुश्मन एक है और वही है..जो हिजाब पर पाबंदी लगाता है और इस्लामी शरिया पर हमला करता है...यह इस्लाम पर, इसके मूल सिद्धांत, इसके कानून, इसकी आचार नीति और रीति-रिवाजों पर हमला है.’’
चीन से लेकर इस्लामी मुगारेब तक के मुस्लिमों की एकजुटता का आह्वान करते हुए जवाहिरी ने कहा, ‘‘हमें सिर्फ अल्लाह पर भरोसा करना चाहिए और एक दूसरे की सक्रियता से मदद करनी चाहिए.’’
जवाहिरी ने कहा, ‘‘हमें अवश्य समझना चाहिए कि जो सरकारें हम पर थोंप दी गई, खासतौर पर पाकिस्तान और बांग्लादेश में, वे हमें नहीं बचाएंगी, बल्कि वे उन दुश्मनों को बचाएंगी जिन्होंने उन्हें हमसे लड़ने की ताकत दी है.’’
क्या है हिजाब विवाद?
उल्लेखनीय है कि हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी स्थित सरकारी पी यू कॉलेज में जनवरी में शुरू हुआ था, जहां निर्धारित ‘ड्रेस कोड’ का उल्लंघन करते हुए कक्षा में हिजाब पहन कर गईं छह छात्राओं को बाहर निकाल दिया गया था.
इस बीच, जवाहिरी की वीडियो क्लिप के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करने को कहे जाने पर मोहम्मद हुसैन खान ने कर्नाटक के मांडया में कहा, ‘‘हम इस (वीडियो) के बारे में कुछ नहीं जानते हैं. हम नहीं जानते कि वह कौन है. मैंने उसे आज पहली बार देखा...हम यहां प्रेम एवं भाईचारे के साथ रह रहे हैं.’’
जवाहिरी द्वारा वीडियो में मुस्कान की तारीफ किये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘लोग जो चाहें कह सकते हैं...यह अनावश्यक परेशानी पैदा कर रहा है. हम देश में शांतिपूर्वक रह रहे हैं, हम नहीं चाहते कि वह इस बारे में बात करे क्योंकि वह हमसे संबद्ध नहीं है...यह गलत है, यह हमारे बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश है.’’
उन्होंने मुस्कान के भी वीडियो देखने का जिक्र करते हुए कहा कि जवाहिरी ने जो कुछ कहा है वह गलत है. मुस्कान के पिता ने कहा, ‘‘वह (मुस्कान) अब भी एक छात्रा है, वह पढ़ना चाहती है.’’ किसी संबंध का पता लगाने के लिए जांच कराने की लोगों के एक वर्ग द्वारा की जा रही मांग के बारे में पूछे जाने पर खान ने कहा ऐसा होने दीजिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए कानून, पुलिस और सरकार है.
वहीं, बेंगलुरु में कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा कि गृह और पुलिस विभाग के अधिकारी घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं और पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है.
ज्ञानेंद्र ने वीडियो में मुस्कान की जवाहिरी द्वारा तारीफ किये जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम शुरूआत से ही यह कहते आ रहे हैं और उच्च न्यायालय ने भी हिजाब (विवाद) पर फैसले के दौरान सुझाव दिया था कि हिजाब विवाद के पीछे कुछ अज्ञात तत्वों की संलिप्तता होने की संभावना है...अब यह साबित हो गया है क्योंकि अलकायदा के लोग अब वीडियो जारी कर रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘चीजें किस तरह से हो रही हैं, (उनके बीच) क्या संबंध है. इन सभी की पुलिस जांच कर रही है... वह पता लगा लेगी.’’ आंतरिक मामलों में एक आतंकी संगठन के बयान की निंदा करते हुए कर्नाटक के उच्चतर शिक्षा मंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने कहा, ‘‘इससे जुड़े संगठनों और लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी समुदाय के (धार्मिक आचरण) खिलाफ कोई कानून नहीं लाई है और सिर्फ कानून का पालन कर रही है. वहीं, मेघालय के उमियम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि भारतीय मुस्लिम जवाहिरी के आह्वान पर ध्यान नहीं देंगे और हिजाब विषय पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के बाद इस विवाद में खुद को शामिल नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि देश के मुस्लिम अदालत के फैसले का अनुपालन करेंगे और देश की शिक्षा प्रणाली के मूल सिद्धांतों का सम्मान करते रहेंगे.