Himachal Pradesh Congress News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में गुरुवार (8 दिसंबर) को कांग्रेस (Congress) ने 40 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है. बीजेपी को 25 सीटें मिली और तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते. आम आदमी पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया. इसी के साथ ही राज्य में हर पांच साल पर राज बदलने का रिवाज भी कायम रहा. हिमाचल में कांग्रेस की जीत के साथ ही हलचल भी बढ़ गई है. कांग्रेस में सीएम पद के कई दावेदार हैं जिसके लिए माथापच्ची भी शुरू हो गई है. सभी नवनिर्वाचित विधायकों की शुक्रवार (9 दिसंबर) को बैठक भी बुलाई गई है. 


1. हिमाचल प्रदेश का अगला सीएम बनने की रेस में सबसे आगे पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह चल रही हैं. प्रतिभा सिंह हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं. प्रतिभा सिंह ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत की सराहना की और कहा कि नए विधायक चर्चा करेंगे कि अगला मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए और पार्टी आलाकमान को अपनी राय देंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाएगी.


2. राज्य के अगले मुख्यमंत्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी विधायक वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठेंगे, जिनमें पार्टी पर्यवेक्षक भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भूपेश बघेल और हिमाचल के एआईसीसी प्रभारी प्रदेश राजीव शुक्ला शामिल हैं. उन्होंने कहा कि विधायक इस पर अपनी राय देंगे कि वे किसे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. जो भी सहमति बनेगी, हम उसे पार्टी हाईकमान के सामने रखेंगे.


3. उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह की विरासत को वोट देने वाले लोगों की भावनाओं से भी आलाकमान को अवगत कराया जाएगा. प्रतिभा सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की विरासत भी है, जिन्होंने चार दशक से अधिक समय तक प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाली थी. पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि प्रतिभा सिंह को ज्यादातर विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो वीरभद्र सिंह के प्रति निष्ठावान रहे हैं. वीरभद्र सिंह लंबे समय तक इस पहाड़ी राज्य में कांग्रेस के निर्विवादित नेता रहे थे.


4. वीरभद्र सिंह का पिछले साल निधन हो गया था. उनके पुत्र विक्रमादित्य शिमला ग्रामीण से विधायक निर्वाचित हुए हैं. प्रतिभा सिंह ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा और वह विधायक भी नहीं हैं, लेकिन उन्होंने राज्य भर में पार्टी के लिए व्यापक चुनाव प्रचार किया. वह फिलहाल मंडी से सांसद हैं. अगर पार्टी उन्हें इस पद के लिए चुनती है तो उन्हें अगले छह महीनों के भीतर राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित होने की आवश्यकता होगी. 


5. कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के अन्य उम्मीदवारों में मुकेश अग्निहोत्री शामिल हैं, जो पिछली विधानसभा में विपक्ष के नेता थे. इनके अलावा कांग्रेस अभियान समिति के प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू, वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह का नाम भी है. प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य भी मुख्यमंत्री पद के लिए आशावान हैं.


6. इनके अलावा पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ भी मुख्यमंत्री पद के लिए आशावन हैं. वह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पिछले कुछ सालों से गुटबाजी से जूझ रही पार्टी को एकजुट किया. वह ठियोग सीट से चुनाव जीते हैं.


7. कांग्रेस ने शिमला में हिमाचल प्रदेश में अपने सभी नवनिर्वाचित विधायकों की शुक्रवार (9 दिसंबर) को बैठक बुलाई है. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष को विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए अधिकृत करने का प्रस्ताव पारित किया जा सकता है. इससे पहले पार्टी ने अपने सभी विधायकों को चंडीगढ़ बुलाया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद उसने अपना कार्यक्रम बदल दिया. 


7. प्रतिभा सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी की जीत का श्रेय हिमाचल प्रदेश के लोगों को जाता है. यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम और उनकी विरासत पर लड़ा गया था. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा की रैलियों ने कांग्रेस के लिए बूस्टर का काम किया है. मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने भी कहा कि बीजेपी सरकार विकास के मोर्चे पर काम करने में विफल रही है. समाज के लगभग सभी वर्ग उनसे तंग आ चुके थे. महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. कांग्रेस ने महिलाओं, पुरानी पेंशन प्रणाली और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठाया, जो मतदाताओं को पसंद आए. 


9. वहीं कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राहुल गांधी सहित वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पिछली विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाए जाने के बाद पार्टी की सत्ता में वापसी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी थी. उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी ने इस जीत के लिए कड़ी मेहनत की है. हम विकास की राजनीति को आगे बढ़ाएंगे और राज्य में माफिया राज को खत्म करेंगे.


10. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर नेताओं, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार जताते हुए कहा कि राज्यपाल से मिलने का समय मांगने और सरकार गठन की दूसरी औपचारिकताओं के बारे में फैसला पर्यवेक्षक करेंगे. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हिमाचल प्रदेश के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक बनाए गए हैं. ये दोनों नेता और कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करेंगे. 


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